लालकुआं_ग्रामीणों ने आवारा पशुओं को तहसील लालकुआं में बांधा,सरकार पशुपालकों से गोवंश की खरीददारी करे, अन्यथा गौरक्षा कानून वापस ले

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लालकुआँ – आवारा गोवंश के कारण खेती किसानी चौपट होने और लगातार जारी सड़क दुर्घटनाओं से परेशान ग्रामीणों ने अखिल भारतीय किसान महासभा के नेतृत्व में ‘सरकारी आवारा गोवंश को सरकार के हवाले करो’ कार्यक्रम के अंतर्गत सैकड़ों ग्रामीण महिला पुरुषों ने आवारा गाय बैलों को हांककर तहसील कार्यालय लालकुआं में बांधने के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत आवारा गोवंश को तहसील में बांधा।

 

कार्यक्रम के समर्थन में पहुंचे भाकपा माले के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी ने इस अवसर पर कहा कि, भाजपा के लिए गाय भी सिर्फ वोट पाने और सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का माध्यम है, उनकी दुर्दशा से भाजपा का कोई सरोकार नहीं है। अगर ऐसा न होता तो भाजपा की सरकारें आवारा होते गौवंश से खेती, मनुष्य जीवन और खुद इन्हें बचाने के प्रभावी उपाय करती। वहीं भाकपा माले के जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, भाजपा सरकार ने संरक्षण के नाम पर एक तरफ गाय की बेकद्री की है और दूसरी ओर गाय के बहाने पूरे देश में मॉब लिंचिंग करते गुंडों को गौ रक्षक कहा जा रहा है।

 

वे गायों की रक्षा नहीं करते बल्कि गाय के नाम पर मनुष्य जीवन पर हमला बोल रहे हैं। गौ रक्षक बन कर घूमने वाले इन गुडों पर सख्ती से अंकुश लगाया जाना चाहिए। कुल मिलाकर भाजपा संघ के लिए गाय विभाजन की राजनीति करने का माध्यम बन गई है । अखिल भारतीय किसान महासभा ने चेतावनी दी कि, यदि आवारा गोवंश के दंश को झेल रही जनता की आवाज नहीं सुनी गई तो किसान महासभा गौवंश के मामले में सरकार के जनविरोधी रवैए के खिलाफ स्थाई समाधान होने तक लगातार जनान्दोलन – डेरा डालो, घेरा डालो – करने को बाध्य होगी।


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