नेता जी के मनसूबो पर फिर गया पानी आड़े आई नारी शक्ति

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रुद्रपुर – भाजपा के पूर्व दिग्गज नेता और पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल को उस समय बड़ा झटका लगा जब उनके भाजपा में दोबारा शामिल होने की चर्चाओं को उस समय पूरी तरह विराम लग गया जब दिल्ली दरबार ने उनकी पार्टी ने उपस्थित को पुनः दर्ज नहीं करने पर मुहर लगा दी। जिसके बाद पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के उन मंसूबों पर पानी फिर गया। यहां फिर एक बार उनके रास्ते में अड़चन बनी नारी शक्ति दरअसल बीते कुछ दिनों से इन चर्चाओं का बाजार गर्म था कि पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल अपने जन्म दिन पर भाजपा में वापसी करेंगे। जिसके लिए उनके समर्थकों की ओर से बड़े बड़े दावे पेश किए जा रहा थे। कुछ समर्थकों ने सोशल नेट्वर्किंग साईट पर जमकर इस बात का हो हल्ला मचाया और कहा गया कि फरवरी में पूर्व विधायक ठुकराल भाजपा में शामिल हो जाएंगे। लेकिन उनके लिए यह रास्ता इतना आसान नहीं था। भाजपा तथा पुनः पहुंचाने के लिए उन्हें कई बड़ी चुनौतियों का सामना करना था। पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल भी इस बात से भलि भांति अवगत थे कि उनको इसके लिए कांटों से गुजरना होगा। सूत्रों की मानें तो पूर्व विधायक ने भाजपा में वापसी के लिए प्रदेश नेतृत्व से लेकर दिल्ली दरबार की दौड़ में कोई कोर कसर बाकी नहीं रखी।माना जा रहा था कि उनकी घर वापसी पक्की हो गई है। लेकिन उन्हें उस समय बड़ा झटका लगा जब दिल्ली दरबार में भाजपा की सांसद लाकेट चटर्जी ने इन्ट्री की बस यही वह वो पल था जो पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के लिए ख़तरे की घंटी बन गया।

सांसद लाकेट चटर्जी ने पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के पूर्व के क्रियाकलापों को दिल्ली दरबार में पेश किया, उनके कथन की रिकॉर्डिंग उनके व्यक्तव्यों को प्रदर्शित किया गया। जिसके बाद उनके लिए भाजपा के दरवाजों पर फिर एक बार ताले लटका दिए गए। उनके सारे मनसूबे धरे के धरे रह गए। उनके समर्थकों में निराशा झा गई।

विधायक शिव अरोरा भी बनें बडी अड़चन

रुद्रपुर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी के विधायक शिव अरोरा भी पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के भाजपा में वापसी के रास्ते में बड़ी अड़चन बन गए। दरअसल विधानसभा चुनाव में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल को भाजपा ने टिकट नहीं दिया।उस समय विधायक शिव अरोरा भाजपा ऊधम सिंह नगर के जिलाध्यक्ष नियुक्त थे। टिकट पाने के लिए पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने एंढी से चोटी तक जोर लगा दिया, लेकिन अंतिम समय में जिलाध्यक्ष शिव अरोरा को टिकट दिया गया। जिसके बाद ठुकराल ने बागी रुख इख्तियार करते हुए भाजपा विधायक शिव अरोरा के मुकाबले में निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लडने का फैसला किया।इस दौरान उन्होंने भाजपा विधायक शिव अरोरा को लेकर तीखी प्रतिक्रिया की कही कुछ तो कही कुछ शब्दों में नवाजा इसी बीच ठुकराल को मानने का दौर भी जारी रहा। भाजपा के बहुत से दिग्गजों ने उन्हें हर चंद राजी करने की कोशिश की लेकिन उन्होंने किसी की एक नहीं सुनी और चुनाव में हार गए। जिसके बाद ठुकराल को भाजपा से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया।। कुछ दिनों तक ठुकराल ने चुनावी थकान दूर की और उसके बाद फिर एक बार सक्रिय हो गए।इस बार उनके कांग्रेस ने शामिल होने की चर्चाओं ने जोर पकड़ा। उन्होंने कांग्रेस के बहुत से बड़े नेताओं से नजदीकियां बढ़ाई, यहां भी उनके सामने महिला कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष मीना शर्मा चुनौती बनकर सामने आई। उन्होंने साफ कहा कि ऐसे व्यक्ति को पार्टी में हारगिज नहीं लिया जाएगा। मसलन दोनों दलों में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के लिए नारी शक्ति ही चुनौती बनकर सामने आई है।

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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