नैनीताल_डीएम वंदना सिंह ने भारी बारिश के बीच इन जगहों का किया स्थलीय निरीक्षण

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नैनीताल_डीएम वंदना सिंह ने भारी बारिश के बीच इन जगहों का किया स्थलीय निरीक्षण

नैनीताल/उत्तराखंड

तल्लीताल में निरीक्षण के दौरान डीएम ने अधिकारियों के साथ नैनी झील के वाटर लेवल चेक कर ली जानकारी 

सूखाताल के आस पास लंबे समय से है सीवर लाइन लीकेज की समस्या

डीएम ने जल संस्थान और निगम के अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के दिए निर्देश

ब्यूरो रिपोर्ट नैनीताल

नैनीताल – जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सोमवार को मूसलाधार बारिश के बीच झील के बढ़ते जल स्तर के दृष्टिगत नैनी झील का वाटर लेवल को नियंत्रित करने वाले सिंचाई विभाग के गेट सिस्टम,बिजली संबंधी शिकायतों के दृष्टिगत नैनीताल खंड के अंतर्गत अतिवृष्टि के कारण ब्रेकडाउन से प्रभावित पाइंस स्थित बिजली घर, मुख्य पंप गृह जल संस्थान और बिजली घर सूखाताल आदि का स्थलीय निरीक्षण किया।

तल्लीताल में निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ नैनी झील के वाटर लेवल चेक कर जानकारी प्राप्त की । बताया कि नैनी झील का वाटर लेवल चेतावनी बिंदु से 2 फिट नीचे है। डीएम वंदना सिंह ने विभाग को झील के जलस्तर पर सतर्क दृष्टि बनाए रखने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने पाइंस स्थित बिजली घर का निरीक्षण किया। नैनीताल विद्युत् वितरण खंड अधिशासी अभियंता एस के सहगल ने बताया कि तेज़ बारिश के कारण जोखिया के समीप लाइन क्षतिग्रस्त रही, जिस कारण कुछ समय के लिए कृष्णापुर, तल्लीताल आदि इलाकों में विद्युत बाधित रही, लेकिन आम जनता को विद्युत संबंधित किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े,इसके लिए सूखाताल से लाइन लिंक करके विद्युत सप्लाई दी जा रही है।

वहीं जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि ग्रामीण इलाकों ओखलकांडा, पटलोट, धारी, बेतालघाट आदि इलाकों में बरसात के दौरान विद्युत की समस्या देखने को मिलती है। उन्होंने बरसात के सीजन में 24*7 विद्युत विभाग की टीम को तत्पर रहने के निर्देश दिए। जल संस्थान मुख्य पम्प गृह में निरीक्षण के दौरान उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को पानी की जांच, सैम्पल आदि की जांच कर सप्लाई करने की बात कही। कहा कि जिन इलाकों प्रदूषित पानी के कारण बीमारी आदि की शिकायत मिलती है।

 

वहां से सैंपल लेकर पानी की जांच करवाई जाए। बरसात में प्राकृतिक गढ़ें में कई बार गंदा पानी आता है इसलिए उन जगहों में साइन बोर्ड या वैधानिक चेतावानी बोर्ड लगाने और सीवर लाइन लीकेज जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि बरसात के सीजन में लोगों को दूषित पानी नहीं मिले, इसका विशेष ध्यान रखने की जरुरत है। जल संस्थान अपनी लैब को एक्टिव रखे और दैनिक रूप से पेयजल गुणवत्ता की जांच करते रहें ।

सूखाताल में निरीक्षण के दौरान उन्होंने सूखाताल को पर्यटकों की दृष्टि से विकसित करने और कार्यों की जानकारी ली।इस दौरान उन्होंने सूखाताल के पास बनने जा रही सुविधाओं आदि का जायजा लिया। स्थानीय लोगों ने बताया कि सूखाताल के आस पास सीवर लाइन लीकेज की समस्या लंबे समय से है, जिस पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने जल संस्थान और निगम के अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए।

 

आपको बता दें डीएम वंदना सिंह ने सोमवार को मूसलाधार बारिश के बीच झील के बढ़ते जल स्तर के दृष्टिगत नैनी झील का वाटर लेवल को नियंत्रित करने वाले सिंचाई विभाग के गेट सिस्टम,बिजली संबंधी शिकायतों के दृष्टिगत नैनीताल खंड के अंतर्गत अतिवृष्टि के कारण ब्रेकडाउन से प्रभावित पाइंस स्थित बिजली घर, मुख्य पंप गृह जल संस्थान और बिजली घर सूखाताल आदि का स्थलीय निरीक्षण किया।

 

वहीं तल्लीताल में निरीक्षण के दौरान डीएम वंदना सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ नैनी झील के वाटर लेवल चेक कर जानकारी प्राप्त की। बताया कि नैनी झील का वाटर लेवल चेतावनी बिंदु से 2 फिट नीचे है। डीएम वंदना सिंह ने विभाग को झील के जलस्तर पर सतर्क दृष्टि बनाए रखने के लिए कहा। इसके बाद उन्होंने पाइंस स्थित बिजली घर का निरीक्षण किया।

बरसात के सीजन में 24*7 विद्युत विभाग की टीम को तत्पर रहने के निर्देश

नैनीताल विद्युत् वितरण खंड अधिशासी अभियंता एस के सहगल ने बताया कि तेज़ बारिश के कारण जोखिया के समीप लाइन क्षतिग्रस्त रही, जिस कारण कुछ समय के लिए कृष्णापुर, तल्लीताल आदि इलाकों में विद्युत बाधित रही, लेकिन आम जनता को विद्युत संबंधित किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े,इसके लिए सूखाताल से लाइन लिंक करके विद्युत सप्लाई दी जा रही है। वहीं जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि ग्रामीण इलाकों ओखलकांडा, पटलोट, धारी, बेतालघाट आदि इलाकों में बरसात के दौरान विद्युत की समस्या देखने को मिलती है।

उन्होंने बरसात के सीजन में 24*7 विद्युत विभाग की टीम को तत्पर रहने के निर्देश दिए। जल संस्थान मुख्य पम्प गृह में निरीक्षण के दौरान उन्होंने जल संस्थान के अधिकारियों को पानी की जांच, सैम्पल आदि की जांच कर सप्लाई करने की बात कही। कहा कि जिन इलाकों प्रदूषित पानी के कारण बीमारी आदि की शिकायत मिलती है वहां से सैंपल लेकर पानी की जांच करवाई जाए। बरसात में प्राकृतिक गढ़ें में कई बार गंदा पानी आता है इसलिए उन जगहों में साइन बोर्ड या वैधानिक चेतावानी बोर्ड लगाने और सीवर लाइन लीकेज जांच करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि बरसात के सीजन में लोगों को दूषित पानी नहीं मिले, इसका विशेष ध्यान रखने की जरुरत है।

जल संस्थान अपनी लैब को एक्टिव रखे और दैनिक रूप से पेयजल गुणवत्ता की जांच करते रहें। सूखाताल में निरीक्षण के दौरान उन्होंने सूखाताल को पर्यटकों की दृष्टि से विकसित करने और कार्यों की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने सूखाताल के पास बनने जा रही सुविधाओं आदि का जायजा लिया। वहीं अपनी समस्या को डीएम वंदना     सिंंह के सामने रखते हुए लोगो ने बताया कि सूखाताल के आस पास सीवर लाइन लीकेज की समस्या लंबे समय से है, जिस पर जिलाधिकारी वंदना सिंह ने जल संस्थान और निगम के अधिकारियों को समस्या का समाधान करने के निर्देश दिए । इस दौरान एस डी एम प्रमोद कुमार, जल संस्थान एक्शन विपिन चौहान समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।


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