
रुद्रपुर (संवाददाता एम. सलीम खान) — अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने उत्तराखंड कांग्रेस संगठन में बड़ा फेरबदल करते हुए वरिष्ठ नेता और विधायक गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी सौंपी है।
इस बदलाव के साथ ही ऊधमसिंह नगर जिला कांग्रेस कमेटी का पुनर्गठन भी किया गया है, जिसमें मौजूदा जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा को एक बार फिर से जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, पूर्व मंत्री हरक सिंह रावत और अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी संगठन में अहम भूमिकाएँ दी गई हैं। वहीं, महानगर अध्यक्ष पद से सी.पी. शर्मा की विदाई करते हुए पार्टी ने यह जिम्मेदारी श्रीमती ममता रानी को सौंपी है।
गावा की दोबारा ताजपोशी के बाद संगठन में असंतोष के स्वर तेज़ हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार, कांग्रेस के एक दर्जन से अधिक निगम पार्षदों ने सामूहिक त्यागपत्र देने की घोषणा की है। इनमें सौरभ बेहड़, परवेज कुरैशी, सरदार इन्द्रजीत सिंह समेत अन्य नेता शामिल बताए जा रहे हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि गावा के कार्यकाल के दौरान कांग्रेस महत्वपूर्ण चुनावों में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाई, जिसके चलते कई पुराने कार्यकर्ता निराश हैं। कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ नेताओं ने रायशुमारी में अन्य नामों का सुझाव दिया था, लेकिन शीर्ष नेतृत्व ने सामाजिक संतुलन और कमजोर वर्गों के प्रतिनिधित्व को ध्यान में रखते हुए गावा पर पुनः भरोसा जताया।
जानकारी के अनुसार, पूर्व महानगर अध्यक्ष सी.पी. शर्मा के कार्यकाल पर भी पार्टी में सवाल उठे थे, विशेष रूप से निकाय चुनावों में संगठनात्मक कमजोरी को लेकर। उस समय कांग्रेस प्रत्याशी मोहन लाल खेड़ा ने भी कई खुलासे किए थे, जिन पर संगठन की ओर से कोई ठोस प्रतिक्रिया नहीं दी गई थी।
अब, नए सिरे से बने संगठन के सामने सबसे बड़ी चुनौती आगामी विधानसभा चुनाव 2027 में संगठन को एकजुट रखना और जमीनी कार्यकर्ताओं का भरोसा लौटाना होगी। राजनीतिक हलकों में यह चर्चा भी है कि वरिष्ठ नेता तिलक राज बेहड़ पार्टी में अपनी उपेक्षा से नाराज़ हैं और उनका रुझान भाजपा की ओर बढ़ रहा है।
कुल मिलाकर, कांग्रेस का यह नया विस्तार पार्टी के लिए नई ऊर्जा और नई परीक्षा—दोनों लेकर आया है।


