रुद्रपुर -(एम सलीम खान ब्यूरो) रात दिन खून पसीना बहा कर मजदूरी करने वाले और ठेला फंड लगाने वाले से मौजूदा वक्त में जम कर अवैध वसूली की जा रही है, इस अवैध वसूली को तहबाजारी का नाम दिया गया है, बीते रोज जब हमने तहबाजारी वसूल करने वाले दो व्यक्ति से इस वसूली के आदेश दिखाने को कहा तो दोनों बंगले झांकने लगे और करीब एक घंटे तक इधर-उधर घूमने का पूरा प्रयास किया।
करीब एक घंटे तक दोनों वसूली करने वाले यह कथित युवक पहले तो अपने आकाओं को फोन घूमते रहे जब ज्यादा जोर दिया गया तो इन्होंने सहायक नगर आयुक्त शिप्रा जोशी पांडे का एक आदेश व्हाट्स ऐप पर मंगाया गया और उसे दिखने लगे जिससे लिखा हुआ था कि भूरारानी क्षेत्र में तहबाजारी वसूली की हैरतअंगेज बात यह है कि इस आदेश पर तिथि को बखूबी छुपाया गया था।
पूछने पर कहा गया कि यह फट गया है और पूरे आदेश देखने के लिए नगर निगम में संपर्क करें, मामला बिगड़ता देख दोनों वसूली अधिकारी मौके से नौ दो ग्यारह हो गये लेकिन हमने जाते जाते उनके गले में पड़े आई डी कार्ड की फोटो खींच ली, जिससे ठेकेदार का नाम सिकोन दर्शाया गया और इस कार्ड पर नगर आयुक्त नगर निगम रुद्रपुर भी लिखा हुआ है लेकिन किसी भी आला अधिकारी के हस्ताक्षर नहीं है, मसलन तहबाजारी के नाम पर नगर निगम रुद्रपुर का कौन सा अफसर इन कथित गुर्गों को वसूली करने का आदेश दे रहा है।
कौन है इस अवैध वसूली के पीछे का सरगना कही नगर निगम रुद्रपुर में भ्रष्टाचार चरम पर तों नहीं है कहीं अंदर खाने सरकार को लाखों रुपए का चुना लगाया जा रहा और वसूली गई रकम आखिर जा कहा रही है, फिलहाल इस पुरे मामले में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को एक शिकायती पत्र भेजकर इस मामले में लिप्त अफसरों और कर्मचारियों की संदिग्ध परिस्थितियों की जांच करा कर सख्त कार्रवाई करने की बात कही गई है वहीं दूसरी ओर सचिव मुख्यमंत्री और कमिश्नर दीपक रावत से इस मामले की शिकायत की गई है वहीं बुधवार को इस मामले को लेकर उनके के कार्यलय में भी जाने की बात कही गई है।