किस निगम अधिकारी की शह पर सफाई कर्मी कर रहे वसूली है, सवाल करने पर उल्टे सीधे जवाब

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एम सलीम खान ब्यूरो

रुद्रपुर – नगर निगम रुद्रपुर की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाएं जा रहें हैं, मामला बेहद संगीन है, दरअसल पिछले कुछ महीनों से कूड़ा कलेक्शन के नाम निगम में नियुक्त कुछ सफाई कर्मचारियों द्वारा नगर निगम के नाम से जारी रसीद बुक की पर्चियां काट कर शहर के अलग-अलग वार्डों से हर महीने 50 रुपए प्रति घर से वसूली की जा रहा है, बड़ी बात यह कि इस वसूली में कुछ महिला सफाई कर्मचारियों की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहा है, महिला सफाई कर्मचारियों द्वारा किसी भी वक्त उक्त रसीदों के घर के दरवाजे पर दस्तक दी जाती है, और कूडा कलेक्शन के नाम 50 रुपए की पर्ची काटने की बात कह कर वसूली की जा रही है।

किस अधिकारी का आदेश है पता नहीं

जब वसूली कर रही एक महिला सफाई कर्मचारी से उसका नाम पूछा गया तो उसने नाम बताने से इंकार कर दिया, और यह पूछने पर वसूली किस अधिकारी के आदेश पर की जा रही है तो उसने कहा हमें तो सफाई कर्मचारियों के हैड ने पर्चियां काटने को कहा है,हम वसूली कर पैसा भी उन्ही को देते हैं,उस हैड का नाम पूछने पर महिला वहां से नौ दो ग्यारह हो गई, मतलब साफ है कि नगर निगम के नाम पर अवैध वसूली का यह करोबार निगम में तैनात किसी अच्छे उच्चे पद पर कार्यरत अधिकारी के इशारे पर की जा रही है,जो नगर निगम प्रशासन की शह पर प्रतिदिन हजारों रुपए की अवैध वसूली कर रहा है।

पूर्व में निगम कार्यालय में काटी जाती थी 50 रुपए शुल्क की पर्ची

यह आपको बता दें कि पूर्व में नगर निगम कार्यालय में 50 रुपए शुल्क की पर्ची काटी जाती थी, जिसके एवज में फिनाइल,पौछा,डेस्टबिन आदि का निःशुल्क वितरण किया जाता था, लेकिन अब जिस तरह शहर की जनता से अवैध वसूली की जा रही है,उस पर सवालिया निशान लगाएं जा रहे हैं,आलम यह है कि इस मामले पर नगर निगम के आला अधिकारी भी कुछ कहने को तैयार नहीं है।

मुख्यमंत्री को भेजी गई शिकायत

सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती अंजुम खान ने इस मामले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से शिकायत दर्ज कराई है, उन्होंने मुख्यमंत्री समाधान पोर्टल पर दर्ज शिकायत में कहा कि जिस तरह निगम के आला अधिकारियों के बिना आदेश अवैध वसूली की जा रही है, उससे स्थानीय जिला प्रशासन और सरकार सहित नगर निगम रुद्रपुर की छवि भी धूमिल हो रही है, स्थानीय लोगों से इस तरह की अवैध वसूली खुद सरकार जिला प्रशासन और नगर निगम प्रशासन की बेदाग छवि को दागदार कर रही है, उन्होंने इस पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के बाद अवैध वसूली करने वाले सफाई कर्मचारियों के और निगम के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।

नगर आयुक्त नरेश चन्द्र दुर्गपाल की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान

नगर निगम रुद्रपुर के नगर आयुक्त नरेश चन्द्र दुर्गपाल की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाएं जा रहे हैं, एक पूर्व पार्षद ने नाम न प्रकाशित करने की शर्त पर कहा कि नगर निगम रुद्रपुर के नगर आयुक्त नरेश चन्द्र दुर्गपाल को इस मामले की जांच करनी चाहिए, स्थानीय लोगों से इस तरह की अवैध वसूली उनकी छवि के लिए भी नुकसानदायक है, उन्होंने कहा कि इससे पहले भी नगर आयुक्त पर एक पूर्व सभासद ने मिट्टी को लेकर उन पर संगीन आरोप लगाएं थे,अब यह मामला चर्चा का विषय बना हुआ है,इस मामले को गंभीरता से लेते हुए नगर निगम और जिला प्रशासन के उच्च अधिकारियों को इसकी जांच करानी चाहिए, जिससे उन लोगों के नाम सार्वजनिक हो सके जो लोग इस तरह वसूली के खेल में शामिल हैं।


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