एम सलीम खान ब्यूरो
रूद्रपुर – जिलाधिकारी उदयराज सिंह के निर्देशन में मुख्य विकास अधिकारी मनीष कुमार की अध्यक्षता में जनपदीय पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक विकास भवन स्थित गांधी हॉल में आयोजित हुई।
बैठक में जनपद के पूर्व संचालित एवं नई प्रस्तावित गौशालाओं के अनुश्रवण/ विस्तार/निर्माण के संबंध में चर्चा की गई साथ ही पंजीकृत गौशालाओं में संरक्षित गोवंश के भरण पोषण हेतु अनुदान के संबंध में भी चर्चा की गई। एबीसी केंद्र द्वारा श्वानवंशीय पशुओं के बधियाकरण उपरांत उन्हें स्थापित करने संबंधी विषयों पर चर्चा भी की गई। मुख्य विकास अधिकारी ने गौशाला संचालकों व एनजीओ के प्रतिनिधियों से समस्याओं पर बात की व उनके सुझाव भी लिए। उन्होंने कहा कि भीषण गर्मी में गोवंश व सभी जीवों का ध्यान रखना भी हमारा मानवीय कर्तव्य है इसलिए विशेष प्रयास करने होंगे ताकि किसी भी प्रकार की पशुधन हानि न हो।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि गोवंश संरक्षण सरकार की प्राथमिकता है अतः सभी संबंधित अधिकारी गौशाला संचालकों से चर्चा करें तथा उनसे सुझाव लेते हुए कार्य करें। उन्होंने सभी उपजिलाधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी प्रस्तावित गौशालाओं का औचक निरीक्षण करें। उन्होने कहा कि गोवंश के चारे, शेड व पानी आदि की व्यवस्थाएं कैसी हैं साथ ही भूमि का आंकलन कर सही उपयोग करते हुए उन्हें और बेहतर करने के प्रयास करें, साथ ही उन्होंने कहा कि गौशालाओं में पशु चिकित्सक नियमित रूप से जाएं व पशुओं की स्वास्थ्य संबंधी जांच करें व गौशाला संचालकों को भी जानकारियां दें। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को नगरीय क्षेत्रों में पशु चिकित्सकों की रिक्तियों को पूर्ण कराने हेतु शासन को पत्र लिखने के भी निर्देश दिए व गोवंश संरक्षण के लिए सीएसआर में भी प्रस्ताव देने के लिए कहा।
मुख्य विकास अधिक ने कहा कि जिन पशुओं की मृत्यु हो जाती है नगर निकाय उसकी बाडी डिस्पोज के लिए भूमि आवंटित करें, उन्होंने श्रानवशीय पशुओं के नियमित रेबीज़ वैक्सीनेशन करने के भी निर्देश दिए, उन्होंने स्लाटर हाउस के निरीक्षक के लिए मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को संयुक्त टीम बना कर नियमित निरीक्षण करने के निर्देश दिए और कहा कि जो स्लाटर हाउस मानकों के मुताबिक कार्य नहीं कर रहे उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करें।
मुख्य पशु चिकित्साधिकारी ने बताया कि जनपद में राजकीय भूमि पर 2 गौसदन व 3 निजी गौसदन पंजीकृत हैं, जबकि अनुमानित 3476 गोवंश शरणागत हैं, जबकि अनुमानित निराश्रित गोवंश की संख्या 5550 है, जनपद में नगर निकाय द्वारा 6 गौशालाएं प्रस्तावित है जिनकी डीपीआर शासन को प्रेषित है। उन्होंने गौशाला संचालकों को पशु चिकित्सा के लिए 1962 पर काल करने के लिए भी कहा। बैठक में नगर आयुक्त काशीपुर विवेक राय, सहायक नगर आयुक्त रुद्रपुर राजू नबियाल, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ एसबी पांडे,अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला पंचायत तेज सिंह,उप मुख्य चिकित्साधिकारी अधिकारी डॉ के के जोशी, जिला शिक्षा अधिकारी डीएस राजपूत,सीओ पंतनगर ओमप्रकाश, वरिष्ठ पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रविशंकर झा, डॉ जितेन्द्र कुमार, डॉ सुधांशु मिश्रा,मृगेश चौधरी, डॉ राजीव सिंह,श्री राधे कृष्ण गौ सेवा सदन बाजपुर के जगदीश प्रसाद गोयल, सहायक वन संरक्षक मयंक मेहता, त्रिलोक धाम चेरिटेबल ट्रस्ट नारद जोशी आदि मौजूद थे।