
रुद्रपुर – (एम सलीम खान ब्यूरो) आज सुबह सुबह सूरज उगाते ही शहर से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है, जहां एक पत्नी ने अपने ही पति की हत्या का षड्यंत्र रच दिया और अपने प्रेमी और उसके दोस्त को पति हत्या का न्योता दे दिया, इस पूरे मामले से जब मृतक के परिजनों ने पर्दा उठाया तो हर कोई इन राजों को सुनकर हैरान रह गया, वहीं इस पूरे मामले में कोतवाली रुद्रपुर की रम्पुरा पुलिस चौकी की बड़ी लापरवाही भी सामने आई है।
मृतक के परिजनों ने मीडिया को जो कुछ भी बताया उसे सुनकर कर मीडिया कर्मी भी सकते में आ गए,दर असल रम्पुरा के रहने वाला सुमित श्रीवास्तव पिछले एक सप्ताह से लापता था, और उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट रम्पुरा पुलिस चौकी में दर्ज कराई गई थी,जब सुमित श्रीवास्तव के संबंध में चौकी पुलिस कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर पाईं तो बीते रोज पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की अगुवाई में सुमित श्रीवास्तव के परिजनों ने रुद्रपुर कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी का घेराव किया, और पुलिस को 24 घंटे का समय दिया गया।
जिसके बाद कहा गया कि वह इस मामले को जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा से मुलाकात कर उन्हें इस मामले में हो लापरवाही के संबंध में अवगत कराएंगे और कोतवाली के सामने अनिश्चितकालीन धरना दिया जाएगा, इस मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रभारी निरीक्षक मनोज रतूड़ी ने पुलिस को इस मामले में गंभीरता दिखाने के निर्देश दिए थे, पुलिस ने इस पूरे मामले में दो संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो उन्होंने जो राज पुलिस के सामने उजागर किए उन्हें सुनकर पुलिस भी दंग रह गयी।
दर असल सुमित श्रीवास्तव की पत्नी रेनू श्रीवास्तव का गणेश से प्रेम प्रसंग चल रहा था, और सुमित श्रीवास्तव उनकी प्रेम कहानी में रोडा बन रहा था, रेनू ने इसी के चलते सुमित श्रीवास्तव को रास्ते से हटाने का षड्यंत्र रचा और सुमित श्रीवास्तव को मौत के घाट उतारने के लिए गणेश को न्योता दे दिया, गणेश ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर सुमित श्रीवास्तव को मौत के घाट उतार दिया और उसकी लाश को कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत प्रीत विहार में एक खेत में गढ्ढा कर वहां दफ़न कर दिया,जब इस मामले में पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की तो गणेश ने पुलिस के सामने सारी सच्चाई बयां कर दी और सुमित श्रीवास्तव की लाश पुलिस ने इनकी निशानदेही पर प्रीत विहार के एक खेत से बरामद कर ली।
सुमित श्रीवास्तव को गणेश और उसके दोस्त ने बहुत ही निर्ममता से मौत के घाट उतार दिया, सुमित की कमर की हड्डी तोड़ कर उसे उसका चेहरा उसके पैरों से मिलकर उसे दफ़न किया गया था, पुलिस ने सुमित श्रीवास्तव का शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जिसके बाद उसके परिजनों में कोहराम मच गया, और रम्पुरा का रहना वाला हर इंसान पोस्टमार्टम हाउस जा पहुंचा, वहीं मामले की सूचना मिलने पर पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल, समाजसेवी संजय ठुकराल भी मौके पर जा पहुंचे और उन्होंने इस मामले को लेकर कहा कि सुमित श्रीवास्तव हत्याकांड को पुलिस किसी राजनीतिक दबाव के चलते दबाना चाहती थी, उन्होंने कहा कि हमने सोचा और सुमित श्रीवास्तव के परिजनों ने सोचा था कि सुमित श्रीवास्तव सही सलामत अपने घर लौट आएगा लेकिन घटना के नौवें दिन उसकी लाश मिली है।
उन्होंने कहा सुमित श्रीवास्तव के परिजनों के साथ रम्पुरा पुलिस चौकी में जो व्यवहार किया गया है वो बेहद निंदनीय है, उसकी बहन रचना के साथ रम्पुरा पुलिस चौकी में कृत्य किया गया उससे ऐसा लगता है कि पुलिस नारी सम्मान के प्रति गंभीर नहीं है, उसे डराया गया उस पर मुकदमा दर्ज करने की धमकी दी गई , उसकी वीडियो बनाकर उसे जेल भेजने का खौफ दिखाकर उसे पुलिस चौकी से धक्के देकर भागया गया, उन्होंने साफ लफ्जों में कहा कि पुलिस अगर इस मामले को गंभीरता से लेती तो सुमित श्रीवास्तव की जान बच सकती थी।
और वो आज सही सलामत अपने घर पर होता, उन्होंने कहा कि इस पूरे मामले में पुलिस पर किसी राजनीतिक व्यक्ति का दबाव था इसलिए पुलिस ने इस मामले में गंभीरता नहीं दिखाई, और सुमित श्रीवास्तव को मौत के घाट उतार दिया गया, उधर मामले की सूचना मिलने पर उत्तराखंड महिला कांग्रेस कमेटी की वरिष्ठ उपाध्यक्ष और पूर्व पालिकाध्यक्ष श्रीमती मीना शर्मा भी मौके पर पहुंची और उन्होंने सुमित श्रीवास्तव के परिजनों को ढांढस बंधाया और अपनी शौक संवेदना व्यक्त की।

