
ऊधम सिंह नगर – (एम सलीम खान संवाददाता) जिले के खटीमा थाना क्षेत्र में एक अनसुलझी आत्महत्या की गुत्थी को पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा के निर्देश पर आखिकार सुलझा लिया है।
आत्महत्या की पेचीदगियों को थाना पुलिस ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के निर्देश के बाद सुलझाने में अहम भूमिका निभाई है, पुलिस ने इस आत्महत्या की गुत्थी में जांच पड़ताल में खुलासा करते हुए मृतक को लगातार ब्लैकमेल करने वाले और मृतक से पैसे ऐंठने वाले एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है।
दर असल बीती 19 म ई को यह मामला उस समय सामने आया जब इस मामले में संजय कुमार ने खटीमा कोतवाली में पुलिस को तहरीर दी दी गई तहरीर में उन्होंने बताया कि 13 म ई को उन्हें जानकारी मिली कि उनके छोटे भाई गौरव कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है।
प्रारंभ में गौरव कुमार का परिवार इसे एक आत्महत्या समझ रहा था और उन्होंने मृतक गौरव कुमार का अंतिम संस्कार भी कर दिया था अंतिम संस्कार के के कुछ दिनों बाद, ओमान में गौरव कुमार के साथ काम करने वाले उसके दोस्त श्री कुमार ने बताया कि गौरव काफी समय से बहुत परेशान था और उनसे रुपए मांग रहा था।
यह बात सामने आई तो संजय कुमार ने अपने मृतक भाई गौरव कुमार का मोबाइल फोन चेक किया मोबाइल फोन से उनका संदेह की पुष्टि हो गई और उन्होंने एक अज्ञात नंबर से व्हाट्स ऐप पर आए मैसेज की सभी मैसेज को परखा इन मैसेज में बार बार मृतक गौरव कुमार से रुपए की मांग की जा रही थी।
व्हाट्स ऐप पर की गई चैट का पूरे डाटा से पता चला कि मृतक गौरव कुमार इन रुपयों की मांग से मानसिक तौर पर तंग आ चुका था जिसकी वजह से उसने अपनी जान देने का फैसला किया, इन मजबूत साक्ष्यों के आधार पर तुरंत खटीमा कोतवाली में प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराई गई, मामले की गंभीरता को समझते हुए।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा ने इस मामले में हर पहलू पर जांच किए जाने के निर्देश दिए और मामले के खुलासे के लिए पुलिस टीमों को गठित करने के निर्देश दिए, गठित पुलिस टीमों ने मृतक गौरव कुमार के मोबाइल फोन की गहनता से जांच पड़ताल शुरू और व्हाट्स ऐप पर आए बार बार मैसेज पर रुपए की मांग की पुष्टि हुई।
विस्तृत व्हाट्स ऐप चैट लाग ने आरोपी लगातार मृतक गौरव से रुपये मांग रहा था इसी वजह से गौरव ने मानसिक तनाव से मुक्ति पाने के और अत्यधिक मानसिक तनाव के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त करने का कठोर कदम उठाने का घातक फैसला लिया और आत्महत्या कर ली, पुलिस को जांच पड़ताल में मालूम हुआ कि गौरव ने आनलाइन के जरिए मोटी रकम भी ट्रांसफर की थी,दस म ई को 15.000 रुपए, ग्यारह म ई को 15.000 रुपए, और 12 म ई को दस हजार रुपए एक खाते में में ट्रांसफर किया गये थे।
इस लेन-देन से संबंधित मोबाइल फोन नंबर का पता लगने पर पुलिस ने इस व्यक्ति की पहचान दिलीप सिंह बोहरा पुत्र स्व केदार सिंह बोहरा जो चंडाक कोतवाली पिथौरागढ़ उत्तराखंड के तौर पर की, पुलिस ने साक्ष्यों के साथ आरोपी दिलीप सिंह उर्फ दीपक बोहरा को हिरासत में लेकर पूछताछ की पुलिस पूछताछ मे आरोपी ने अपने गुनाह को कबूला लिया।
उसने पुलिस को बताया कि वह इंस्टाग्राम के जरिए से निशा नाम की एक महिला से मिला था और उसकी बातचीत उक्त महिला से व्हाट्स ऐप पर होती थी, जहां दोनों में नजदीकी रिश्ता बन गया, इसी दौरान निशा ने उसे अपनी कुछ निजी तस्वीरें और वीडियो भेजी थी बोहरा ने निशा के पति गौरव कुमार मृतक को यह निजी तस्वीरें और वीडियो भेजने की बात को काबूल किया।
और इन तस्वीरों और वीडियो के जरिए मृतक गौरव को ब्लैकमेल कर उससे रुपए वसूलने शुरू कर दिया, पुलिस के सामने आरोपी दिलीप सिंह बोहरा उर्फ दीपक बोहरा ने अपने अपराध को काबूल किया 24 म ई को पुलिस ने आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसे अदालत में पेश किया जहां से उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

