रुद्रपुर – सक्रिय राजनीति में रहने वाले पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल लोकसभा चुनावों की सरगर्मी के बीच खामोशी इख्तियार किए हुए हैं। हमेशा राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने वाले ठुकराल लोकसभा चुनावों की सरगर्मी राजनीति से दूर नज़र आ रहे हैं, वहीं हाल ही में इस बात की चर्चाएं जोरों पर थी कि पूर्व विधायक ठुकराल भाजपा में वापसी कर रहे हैं।इन चर्चाओं पर भी मौजूदा समय में विराम है। वहीं अगर सूत्रों की मानें तो ठुकराल की घर वापसी में सबसे बड़ी चुनौती उनके सामने बनाकर अगर कोई आएगा तो व और कोई नहीं भाजपा के विधायक शिव अरोरा होंगे।ऐसा इसलिए भी कहा जा रहा है कि हाल ही में जब सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एक समारोह में शामिल होने रुद्रपुर आए तो बागी पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने उनका जोरदार स्वागत किया था। जिसके बाद उनकी घर वापसी की चर्चाओं ने तेजी पकड़ ली थी, वहीं उनके कुछ समर्थकों ने सोशल नेट्वर्किंग साईट उनके वीडियो वायरल कर इस बात के संकेत भी दिए थे। लेकिन उसके बाद रुद्रपुर विधायक शिव अरोरा खुलकर सामने आएं और उन्होंने एक स्थानीय यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल पर कई संगीन आरोप लगाते हुए उन्हें सुधार जाने की नसीहत तक दे डाली थी।जिसका मतलब साफ था कि विधायक शिव अरोरा ठुकराल को भाजपा में शामिल किए जाने के सख्त खिलाफ हैं। वहीं पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल ने बीते विधानसभा चुनावों में निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडा था और विधायक शिव अरोरा को खुली चुनौती दी थी उन्होंने उन्हें कई मामलों में घेरने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी थी। दस साल तक लगातार विधायक राजकुमार ठुकराल ने जो काम किए विधायक शिव अरोरा ने उन्हें गिनते हुए उन पर सम्पत्ति बनाने समेत शहर में कई जगह पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल के रिश्तेदारों के नाम पर प्लांट होने का आरोप भी लगाया था। इसके विधायक शिव अरोरा ने कहा था कि पूर्व विधायक के गुर्गे द्वारा जो अनैतिक कार्य किए जा रहे हैं उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं बीते व्यापार मंडल के चुनावों में भी पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल खुलकर सामने आएं और उन्होंने अपने पसंदीदा उम्मीदवार को चुनाव मैदान में विजय दिलाई। वहीं चूंकि अब लोकसभा चुनाव और निकाय चुनाव सम्पन्न होंगे जा रहें ऐसे में पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल की चुप्पी साधना बड़ी अजीबो-गरीब लग रही है। जबकि होना तों यह चाहिए कि इस चुनाव रण में उन्हें खुलकर सामने आना चाहिए। वहीं कुछ लोगों का मानना है, कि ठुकराल निकाय चुनावों में अपने छोटे भाई संजय ठुकराल को रुद्रपुर नगर निगम की मेयर सीट से चुनाव लडने की तैयारी कर रहे हैं। जिसके लिए उन्होंने अभी से मजबूत रणनीति बनानी शुरू कर दी है। हालांकि अभी यह तय नहीं है कि संजय किस पार्टी से चुनाव लडने की जुगत भिड़ा रहे हैं। सूत्रों की मानें तो उन्हें किस पार्टी से टिकट मिल सकता है, इस पर गहनता से विचार किया जा रहा है। जबकि कुछ लोग का अंदाजा है कि ठुकराल कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर अपने भाई संजय को चुनावी मैदान में उतार सकते। लेकिन इसके लिए उन्हें कड़ी मशक्कत करनी होगी। क्योंकि कांग्रेस का एक धड़ा इसके सख्त खिलाफ हैं। पूर्व पालिकाध्यक्ष और उत्तराखंड महिला कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मीना शर्मा ने पहले ही पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल को कांग्रेस में शामिल किए जाने का कड़ा विरोध कर दिया है। जिसके बाद खुद ठुकराल ने कांग्रेस में शामिल होने से साफ इंकार कर दिया था। वहीं कांग्रेस जिलाध्यक्ष हिमांशु गावा ने ठुकराल को अपने नजदीक कर उनके कांग्रेस में शामिल होने का रास्ता बनाने का प्रयास किया था लेकिन विरोध के बाद उन्होंने अपने कदम पीछे खींच लिए हैं।
संवाददाता- एम सलीम खान की रिपोर्ट