तो भट्ट के खिलाफ चल रहीं हैं हवा, लोग बोले पांच सालों तक चुनाव जीतने के बाद रहे नदारद फिर मांग रहे पांच साल

ख़बर शेयर करे -

एम सलीम खान ब्यूरो

नैनीताल ऊधम सिंह नगर/ – भारतीय जनता पार्टी के निवर्तमान सांसद और केंद्रीय रक्षा मंत्री अजय भट्ट फिर एक बार इसी सीट से चुनावी मैदान में हैं, हालांकि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर कब्जा जमाते हुए चुनावी प्रचार में आम मतदाताओं से बड़े बड़े दावे और वादे किए थे, उन्होंने दो जिलों को विकास की मुख्य धारा से जोड़ने का दावा किया था, लेकिन इन लोकसभा चुनावों में दोनों जिलों की हवा अंजय भट्ट के मफीक नहीं चल रही है,आम आदमी दाबी बातों में उनके अविकासित कामकाज को गिनते हुए तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त कर रहा है, दरअसल अजय भट्ट ने अपने कार्यकाल में सबसे बड़ी ग़लती ये कर दी कि वो अपनी सांसद निधि को पूरी तरह खर्च नहीं कर पाए, उन्होंने सिर्फ करीबन 45 फीसदी ही सांसद निधि खर्च की और शेष 55 फीसदी वापस हो गई, जबकि दो जिलों नैनीताल ऊधम सिंह नगर में ऐसे बहुत से सार्वजनिक काम है जो मुंह ताक रहे हैं,यह बताने में कोई गुरेज नहीं है कि सांसद अजय भट्ट जब जब जनपद ऊधम सिंह नगर के दौरे पर आए तो उन्होंने पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ अपना वक्त गुजारा या किसी संबंधित सरकारी कामकाज और या फिर मुख्यमंत्री के कार्यकमों में शिरकत की उन्होंने कभी भी आम जनता के बीच जाने की जरा भी जहमत नहीं उठाई,जिसे लेकर आम जनता बेहद ना खुश हैं, हमारे संवाददाता शम्मी मेहर और ब्यूरो प्रमुख एम सलीम खान भाजपा प्रत्याशी अजय भट्ट के चुनावी माहौल को परखने के लिए आम आदमी की राय जानने की कोशिश की तो आम जनता ने अंजय भट्ट को लेकर अलग-अलग राय दी।

पूरन सिंह कहते हैं

रात दिन टुक टुक चलकर परिवार का पालन पोषण करने वाले पूरन सिंह ने लोकसभा चुनाव को लेकर अपने राय देते हुए कहा कि चुनाव चाहे बीजेपी जीते या कांग्रेस या अन्य कोई हमें तो टुक टुक चलकर ही रोटी खानी है,न तो बीजेपी और न कांग्रेस रोटी देने हमारे घर आएगी,यह लोग चुनाव जीतने के बाद बड़े पर्दे के पीछे बैठे होते हैं इन तक अपनी समस्याओं को लेकर जाना हमारे बस की बात नहीं है।

दैनिक मजदूरी करने वाले धर्म सिंह कहते हैं

गांधी पार्क पर बने मजदूर अड्डे पर हम जब पहुंचे तो हमारी मुलाकात वहां बैठे धर्म सिंह हुई तो उन्होंने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा कि साहब घर से सुबह यहां पहुंचकर यही टेंशन रहती है कि आज अगर काम नहीं मिला तो शाम को बच्चे रोटी कैसे खाएंगे, सरकारों बड़ी बड़ी कल्याणकारी योजनाओं की बात करती है, लेकिन उसका फायदा किसे मिल रहा है मुझे तो कुछ पता नहीं है, मैं अपना श्रम कार्ड बनवाने के लिए छह महीने तक संबंधित विभाग की ओर दौड़ता रहा, लेकिन मेरा कार्ड नहीं बन पाया, जिसके बाद मैंने आवेदन पत्र आग के हवाले कर दिया, सिर्फ कहने और करने में बहुत बड़ा अंतर है, मैंने आठ तक पढ़ाई कर रखी है, और मेहनत मजदूरी कर अपने परिवार का पालन पोषण कर रहा हूं, मुझे तो इन नेताओं की किसी भी बात पर भरोसा नहीं है,हमारा तो भगवान मालिक है।

गृहणी लक्ष्मी रानी का ये है कहना

बाजार जा रही गृहणी लक्ष्मी रानी से जनता के विकास पर बातचीत की गई तो उन्होंने तो महंगाई को लेकर ही सरकार को घेर लिया, उन्होंने कहा सब्जी दाले आटा चावल पैट्रोल डीजल सब कुछ इतना महंगा हो गया है कि सोच कर ही डर लगता है, ऊपर से बच्चों की पढ़ाई लिखाई का खर्च काफी किताबें भी इतनी महंगी हो गई है कि कभी कभी सोचती हूं बच्चों को पढ़ाना घर में खुद शुरू कर दूं,जब उनसे पूछा गया कि घरेलू गैस पर 100 रुपए कम कर दिए गए हैं, तो उन्होंने फट से जवाब दिया कि एक चीज़ का रेट पहले 1000 रुपए कर दो फिर चुनाव से पहले 100 रुपए कम कर दो,हम इतने बेवड़े नहीं है,आप ही बताइए पहले और अब गैस दाम कहा पहुंच गए हैं, उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए पहले बढ़ती मंहगाई पर लगाम लगाएं और फिर वोट मांगने आए।

70 वर्षीय बुजुर्ग लाला राम क्या कहते हैं

हमने 70 वर्षीय बुजुर्ग लाला राम से बातचीत की तो उन्होंने कहा कि हमने 1 रु में देसी घी खाया है, तुम अब दो सौ रुपए में भी घी नहीं खा सकते,यह माना कि आदमी की कमाई के संसाधनों में तरीकी हुई है, लेकिन इतनी नहीं उसकी कमर ही टूट जाएं, उन्होंने कहा आज हर चीज लेने से पहले सौ बार सोचना पड़ता है, हमारे नेताओं को इस पर विचार करने की जरूरत है।

बाबू भाई ने तो कुछ अलग ही कह दिया

रास्ते से जा रहे बाबू भाई ने तो साफ साफ कह दिया हमें किसी से कोई सरोकार नहीं है, सरकार में कोई आए कोई जाएं हमारे बीच भाईचारा बना रहना चाहिए,हम तो उससे खुश हैं जो सबको एक समान देखे चाहें वो भाजपा हो या कांग्रेस या फिर कोई भी पार्टी हमें पता है मंहगाई बगैराह को कोई कम नहीं करेंगे सब अपनी मुठ्ठी भरने में लगे हैं,इस बहाने देश में भाईचारा तो बना रहेगा।

साकिब अली ने कही ये बातें

पहली बार वोट देने वाले साकिब ने कहा मैं इस बार पहली बार वोट डालूंगा लेकिन अपना वोट उसे दूंगा जो नेता देश में फैली नफरत को खत्म कर हमारे देश में फिर से आपसी प्यार मोहब्बत को बनाए रखने के लिए काम करेगा, साकिब ने कहा अब हम युवाओं को आगे आकर देश में फैली नफरत ऊच नीच को खत्म करने के काम करना होगा।


ख़बर शेयर करे -