मनरेगा के बदलाव पर सुमित हृदयेश का सवाल, बोले—ग्रामीण हितों से समझौता स्वीकार्य नहीं

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हल्द्वानी – (आरिश सिद्दीकी) हल्द्वानी में आयोजित एक प्रेस वार्ता के दौरान कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश ने महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) से जुड़े हालिया बदलावों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मनरेगा का मूल उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार सुरक्षा प्रदान करना रहा है और इससे जुड़े किसी भी परिवर्तन पर व्यापक चर्चा और सहमति आवश्यक है।

सुमित हृदयेश ने कहा कि मनरेगा केवल एक सरकारी योजना नहीं, बल्कि ग्रामीण और श्रमिक वर्ग के लिए आर्थिक सहारा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि योजना के नाम या संरचना में बदलाव से इसके मूल भाव और उद्देश्य पर प्रभाव पड़ सकता है, जिस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए।

उन्होंने मनरेगा के अंतर्गत रोजगार के दिनों में संभावित कटौती को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इससे ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों पर असर पड़ सकता है। उन्होंने कहा कि रोजगार के सीमित अवसर ग्रामीण परिवारों की आर्थिक स्थिरता को प्रभावित कर सकते हैं।

कांग्रेस विधायक ने कहा कि पूर्व में मनरेगा के कार्यों की संस्तुति ग्राम सभा और ग्राम प्रधान के माध्यम से होती थी, जिससे स्थानीय ज़रूरतों के अनुसार काम तय किए जाते थे। उन्होंने कहा कि यदि इस प्रक्रिया में बदलाव होता है तो इससे पंचायती राज व्यवस्था और स्थानीय निर्णय प्रक्रिया प्रभावित हो सकती है।

उन्होंने यह भी कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में मनरेगा की भूमिका पलायन रोकने में महत्वपूर्ण रही है और किसी भी प्रकार का बदलाव इन क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक संतुलन पर असर डाल सकता है।

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सुमित हृदयेश ने केंद्र और राज्य सरकारों के बीच वित्तीय सहभागिता के अनुपात में बदलाव को लेकर भी अपनी बात रखी और कहा कि इससे राज्यों पर अतिरिक्त आर्थिक दबाव पड़ सकता है, जिससे योजना के क्रियान्वयन में चुनौतियाँ उत्पन्न हो सकती हैं।

प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि मनरेगा सहित जनहित से जुड़े मुद्दों पर सकारात्मक और तथ्यात्मक संवाद आवश्यक है, ताकि आम जनता के हित सुरक्षित रह सकें।

उन्होंने हल्द्वानी शहर में लगाए जा रहे लाल निशानों को लेकर भी प्रशासन से संवेदनशीलता बरतने की अपील की और कहा कि इस प्रकार की कार्रवाइयों में पारदर्शिता और जनसंवाद आवश्यक है।

प्रेस वार्ता के अंत में उन्होंने आम नागरिकों से अपने संवैधानिक अधिकारों के प्रति जागरूक रहने और लोकतांत्रिक तरीके से अपनी बात रखने की अपील की।

इस अवसर पर महानगर कांग्रेस कमेटी हल्द्वानी के अध्यक्ष गोविंद सिंह बिष्ट, महानगर महिला कांग्रेस अध्यक्ष मधु सांगुड़ी, शोभा बिष्ट, हेमंत बगड़वाल, एन.बी. गुणवंत, हरीश मेहता, सुहैल अहमद सिद्दीकी, जाकिर हुसैन सहित अनेक कांग्रेस पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।


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