युवती को ब्लैकमेल करने वाले युवक पर मामूली धाराओं में मुकदमा दर्ज,परिजनों ने पुलिस पर लगाया राजनीतिक दबाव का आरोप

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ऊधम सिंह नगर – (एम सलीम खान) जनपद ऊधम सिंह नगर की थाना सितारगंज पुलिस पर संगीन आरोप लगाएं है जिसके बाद पुलिस की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े हो गए हैं और पुलिस युवतियों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है इस मामले की कलाई भी खुलकर सामने आई है,दर असल ऊधम सिंह नगर के सितारगंज की रहने वाली श्रीमती जातून बेगम पत्नी नजरन हुसैन ने सितारगंज थाना पुलिस को एक तहरीर देकर बताया कि वो नगर पालिका परिषद सितारगंज क्षेत्र के वार्ड नंबर 12 की रहने वाली है और एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखती है उनके परिवार में उनकी पांच बेटियां और एक बेटा है और उनके पति राजगीरी का काम करते हैं और मेहनत मजदूरी कर उनके पति बड़ी मुश्किल से अपनी पुत्रियों को पढ़ा लिखाकर तहरीर में कहा गया कि उनकी एक बेटी जो हाल ही में 18वें साल की आयु में लगी है और सितारगंज के रा. बा. इंटर कालेज में 12वीं क्लास की छात्रा है और पांचों बेटियां और खुद जातून बेगम सितारगंज की ही एक गत्ता फैक्ट्री में मजदूरी करती है, उन्होंने पुलिस को बताया कि इसी वार्ड का रहने वाला एक बदमाश किस्म का युवक जिसका नाम गुलाशाद पुत्र साबिर है और उक्त युवक पिछले दो सालों से उनकी एक बेटी का पीछा करता है और उसकी इन हरकतों से पूरा परिवार दहशत में हैं उन्होंने बताया कि गुलशाद मेरी पुत्री को स्कूल जाते वक्त और फैक्ट्री में काम पर जाने के दौरान बहुत सी बार उसका रास्ता रोक कर उसके साथ छेड़छाड़ और अश्लील हरकतें करता है तथा उसे धमकी देता है कि उसके मोबाइल फोन में उसकी कुछ तस्वीरें और वीडियो मौजूद हैं और उन्हें अश्लील बनाकर उन्हें इंटरनेट पर वायरल कर देगा और उससे तेरे परिवार की बदनामी हो जाएगी नहीं तो मैं जैसा कहता हूं तू मेरे साथ वैसा कर और अगर तूने इंकार किया तो तेरे चेहरे को ब्लेड मारकर बुरी तरह बिगड़ दूंगा और तु किसकी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेंगी, मां ने तहरीर में बताया कि इससे पहले इस मामले को लेकर मोहल्ले के लोगों ने पंचायत कर मामले को रफा-दफा कर दिया लेकिन गुलशाद अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा और उनके पूरे परिवार का जीना हराम हो गया है उनके बच्चे डर से घर से बाहर नहीं निकल रहें हैं और रात दिन उन्हें अपनी बेटी के साथ किसी बड़ी दुर्घटना का भय सता रहा है, इस पूरे मामले में सितारगंज पुलिस ने मुकदमा संख्या 0052/25 धारा 351 (2) बी एन एस और 74 बी एन एस,78 बी एन एस दर्ज कर लिया और आरोपी युवक को हिरासत में ले था लेकिन युवती का मां का आरोप है कि पुलिस ने राजनीतिक दबाव के चलते युवक को चंद मिनटों में रिहा कर दिया जिसके बाद युवक उनके घर जा पहुंचा और कहने लगा कि तुम लोग मेरा कुछ नहीं बिगड सकते मेरी पहुंच ऊपर तक है और मैं अब क्या करता हूं देखते जाओ जिसके बाद इस परिवार मे दहशत फैल गई है वहीं दूसरी ओर स्थानीय लोगों ने बताया कि गुलशाद का बड़ा भाई नशीले पदार्थो की तस्करी करने का काम करता है और उसे कुछ लोगों सहित स्थानीय थाना में कुछ लोगों का संरक्षण हासिल है इसलिए गुलशाद और उसका भाई आएं दिन मोहल्ले में लोगों के साथ गुंडागर्दी करते रहते हैं, वहीं परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने कुछ सत्ता पक्ष के लोगों के दबाव में आकर इस मामले खाना पूर्ति की है और जो मुकदमा दर्ज करना चाहिए था उसे नजरंदाज कर दिया गया है, और अब वो इस मामले में मा न्यायालय की शरण लेंगे, वहीं दूसरी तरफ इस मामले की शिकायत राज्य के पुलिस महानिदेशक दीपम सेठ और गृह सचिव सहित अल्पसंख्यक आयोग, महिला सुरक्षा यूनिट और मुख्यमंत्री से भी की गई है और इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करने की मांग की गई और इस मामले में लापरवाही बरतने वाले के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की गई है।


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