तरसेम हत्याकांड – हत्यारों के मददगारों तक पहुंची ऊधम सिंह नगर पुलिस लंबी जद्दोजहद के बाद मिली सफलता

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एम सलीम खान ब्यूरो

ऊधम सिंह नगर – जिले के नानकमत्ता गुरुद्वारे में डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह में आखिकार पुलिस उन मददगारों के गिरेबान तक जा पहुंची जिन्होंने हत्यारोपियों को पनह दी थी, और उनके लिए फंडिंग की थी,इस जघन्य हत्याकांड में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफतार किया जिन्होंने हत्यारों की हर पहलू पर भरपूर मदद की थी, वहीं पुलिस के कथन अनुसार गिरफ्त में आए लोगों ने शूटरों को हत्या के लिए सुपारी सहित अन्य विशेष सुविधाएं मुहैया कराई थी,डेरे पर हक के वर्चस्व को लेकर इन लोगों ने डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की हत्याकांड का षड्यंत्र रचा था, हालांकि हत्या को अंजाम देने वाले खुखार शूटर पुलिस की पकड़ से बाहर है।

अब 50-50 हजार रुपए के इनाम की घोषणा की पुलिस ने

हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने पहले हत्या में शामिल शूटरों पर 25 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया, लेकिन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी के आग्रह पर पुलिस महानिरीक्षक कुमाऊं मंडल योगेन्द्र सिंह रावत ने इस इनाम राशि को बढ़ाकर 50 -50 हजार रुपए कर दिया है, बीती 28 मार्च को नानकमत्ता साहिब गुरुद्वारे के डेरा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह की सुबह तड़के बंदूक धारी दो बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी,यह मामला जंगल में लगी आग की तरह फैल गया, घटना की सूचना मिलने पर ख़ुद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी घटनास्थल पर पहुंचे हत्या की सारी वारदात सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी, फुटेज के आधार पर पुलिस ने पंजाब के रहने वाले सरबजीत सिंह और अमर जीत सिंह को रामफल से हत्या को अंजाम देते दिखाई दिए थे, जिसके बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी ने दोनों हत्यरो की पकड़ के लिए करीब 11 पुलिस टीमों का गठन किया, इसमें एस ओ जी सहित अन्य पुलिस टीमों को सक्रिय किया गया, पुलिस ने सर्विलांस की मदद से दोनों हत्यरो के मददगारों तक जा पहुंची, पुलिस के मुताबिक गांव कबीरपुर थाना निगोही जनपद शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश के रहने वाले लक्ष्मण सिंह, थाना तिलहर के रहने वाले हरमिंदर सिंह पुत्र मलकीत सिंह,बलकार सिंह पुत्र दर्शद निवासी थाना करेली जनपद पीलीभीत उत्तर प्रदेश ने डेरे पर वर्चस्व के लिए बाबा तरसेम सिंह की हत्या का षड्यंत्र रचा और उनकी हत्या करा दी, पुलिस के कथन अनुसार इन आरोपियों ने दोनों शूटर सरबजीत सिंह और अमरजीत सिंह को बाबा की हत्या के लिए 10 लाख रुपए में सौदा किया था, जिसमें नगदी के तौर पर इन लोगों ने 160000 रुपए दोनों हत्यरो को बतौर नगद दिए थे।

हत्या को अंजाम देकर शूटर दिलबाग सिंह के पास पहुंचे थे

बाबा तरसेम सिंह की हत्या करने के बाद दोनों शूटर दिलबाग सिंह के पास पहुंचे जहां से इन लोगो ने बदमाशों को शेष 5 लाख रुपए दिए और फरार करने में शूटरों की पूरी मदद की थी।

पुलिस के मुताबिक दोनों शूटरों ने 19 मार्च को नानकमत्ता में प्रवेश किया और गुरुद्वारे की सराय में कमरा नंबर 23 बुक कर वहां रह रहे थे, और बाबा के संबंध में जानकारियां जुटा रहें थे, इनके मददगार दिलबाग सिंह, हरविंदर सिंह और बलकार के खिलाफ पुलिस ने बेहद गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।

एस एस पी टीसी बोलें अब भी कई बिंदुओं पर जांच जारी है

इस संगीन मामले को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी ने कहा कि पुलिस अब भी कई बिंदुओं पर जांच में जुटी हुई है, और फरार हत्यारोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी हो जाएगी, पुलिस ने इस मामले में उपयोग की गई दो स्विफ्ट कार नंबर यूके 06 वाई 1476 और यूपी 27 बीके 9099 और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं।


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