रुद्रपुर – जिस उत्तराखंड पुलिस के कंधों पर आम जनमानस की सुरक्षा की जिम्मेदारी है उसी पुलिस ने उत्तराखंड पुलिस के उस दावे को तार तार करने वाला मामला सामने आया खबर के साथ वायरल वीडियो को देख कर आप भी पुलिस के इस रवैए से हैरान हो जाएंगे।
दर असल पिछले 10 दिनों से शहर के गांधी पार्क में डोल्फिन कंपनी के मजदूरों का श्रम कानूनों को लागू करने की मांग को आमरण अनशन चल रहा है, पुलिस और प्रशासन ने इन 10 दिनों में बहुत सी बार आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं को अस्पताल में भर्ती कराने का प्रयास किया।
यहां तक कि रुद्रपुर के तेहसीलदार दिनेश कटौला भी मौके पर पहुंचे और उन्होंने इन आंदोलनकारियों को अस्पताल में भर्ती कराने के प्रयास किए लेकिन इन मजदूरों की हिम्मत के आगे किसी भी अधिकारी की एक नहीं चली, जिसके बाद पुलिस ने बीती रात आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर जो तडाव अपनाया उसके लिए हमारे पास शब्द नहीं है।
कोतवाली पुलिस देर रात गांधी पार्क जा पहुंची और आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं के साथ अभद्रता व्यवहार किया, आमरण अनशन पर बैठी महिला श्रमिक पिंकी गंगवार के साथ मारपीट करने के आरोप लगाए हैं और एक महिला के तो महिला पुलिस कर्मियों ने कपड़े तक तार तार कर दिया पुलिस के इस रवैए की वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड पुलिस के बेदाग वर्दी पर बड़े सवाल उठाए जा रहे।
मौके पर मौजूद आम लोगों ने यह मंजर देख कर सूबे की भाजपा सरकार को ही आईना दिखा दिया, श्रमिकों के मुताबिक महिला पुलिस ने वहां मौजूद महिलाओं को जूतों से रौंदने में कोई कोर कसर बाकी नहीं छोड़ी, वहीं एक महिला ने बताया कि उसके साथ बुरे तरीके से मारपीट की गई और उसकी कोक में लाते मारी गई है उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया देर रात श्रमिकों ने जिला अस्पताल में मीडिया के सामने पुलिस के इस व्यवहार का जो बखान किया उसे सुनकर मीडिया कर्मियों के रोंगटे खड़े हो गए
एम सलीम खान ब्यूरो