देहरादून – उत्तराखंड बेरोजगार संघ ने प्रदेश के सभी बेरोजगार युवाओं से अपील की है कि वे पुलिस भर्ती में आयु सीमा में छूट की मांग को लेकर 9 नवंबर को देहरादून में आयोजित “करो या मरो” महारैली में शामिल हों। यह ऐतिहासिक आंदोलन गांधी पार्क से मुख्यमंत्री आवास तक किया जाएगा, जहां प्रदेश भर के हजारों युवा सरकार से अपने हक की आवाज बुलंद करेंगे।
संघ का आह्वान: “अपने अधिकारों के लिए एकजुट हों”
उत्तराखंड बेरोजगार संघ का कहना है कि राज्य में लंबे समय से रोजगार के अवसर सीमित हो रहे हैं और पुलिस भर्ती प्रक्रिया में आयु सीमा में छूट की मांग अब अनदेखी नहीं की जा सकती। बेरोजगार संघ के अध्यक्ष बॉबी पंवार ने कहा, “यह अब सिर्फ एक आंदोलन नहीं, बल्कि युवाओं के भविष्य और उनके अधिकार की लड़ाई है। हम सभी युवाओं से निवेदन करते हैं कि वे अपने घरों से निकलकर देहरादून पहुंचें और इस आंदोलन को सफल बनाएं।”
बेरोजगार संघ का कहना है कि 9 नवंबर का आंदोलन युवाओं के भविष्य की दिशा तय करेगा
बॉबी पंवार ने यह भी कहा कि यदि सरकार ने 8 नवंबर तक उनकी मांगें नहीं मानीं, तो प्रदेश के 10 हजार से अधिक युवा मुख्यमंत्री आवास कूच करेंगे और शांतिपूर्ण तरीके से अपना विरोध दर्ज करेंगे। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि हम अपने अधिकारों के लिए मैदान में उतरें। हमारी मांगें जायज़ हैं और हम इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं करेंगे।”
रैली का उद्देश्य और युवाओं से अपील।
बेरोजगार संघ ने प्रदेश के हर जिले के युवाओं से अपील की है कि वे अपनी एकता का परिचय दें और इस आंदोलन को ऐतिहासिक बनाएं। संघ की प्रमुख मांगें हैं:
1. पुलिस भर्ती में आयु सीमा में 5 वर्ष की छूट: बेरोजगार संघ का कहना है कि पुलिस भर्ती प्रक्रिया लंबे समय बाद हो रही है और बहुत से युवा आयु सीमा के कारण इस अवसर से वंचित हो रहे हैं। अन्य राज्यों की तरह उत्तराखंड में भी 5 वर्ष की छूट दी जानी चाहिए।
2. महिलाओं के लिए विशेष सीटें: बेरोजगार संघ ने सरकार से 500 विशेष सीटें महिलाओं के लिए आवंटित करने की मांग की है, ताकि राज्य पुलिस बल में महिला भागीदारी बढ़ सके।
युवाओं का संकल्प: “9 नवंबर को देहरादून कूच”
संघ का कहना है कि प्रदेश के हर जिले के युवा इस आह्वान पर साथ आएं और देहरादून में अपनी उपस्थिति दर्ज कराकर सरकार को यह संदेश दें कि वे अपने भविष्य के साथ किसी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे। बॉबी पंवार ने कहा, “यह प्रदेश के सभी बेरोजगार युवाओं के लिए संघर्ष का समय है। जो युवा आज देहरादून पहुंचकर इस आंदोलन में तामिल होंगे, वे न केवल अपने भविष्य के लिए खड़े होंगे बल्कि हर उस साथी के लिए भी जो रोजगार की उम्मीद रखता है।”
बेरोजगार संघ का संदेश है कि यह आंदोलन एक नई शुरुआत होगी और युवाओं की एकता को दिखाएगा। सभी बेरोजगार युवाओं से निवेदन है कि वे 9 नवंबर को देहरादून में इकट्ठा हों और सरकार को एकता का संदेश दें।