उत्तराखंड_भावुक हुए सीएम धामी, कैप्टन समेत चार जवानों की शहादत पर किया ट्वीट; – पढ़े ख़बर

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जम्मू-कश्मीर के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ में कैप्टन सहित चार जवान वीर गति को प्राप्त हो गए। वीर जवानों की शहादत का समाचार पाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया है।जम्मू-कश्मीर के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई।

देर रात तक चली मुठभेड़ में कैप्टन सहित चार जवान वीर गति को प्राप्त हो गए। वीर जवानों की शहादत का समाचार पाकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लिखा कि- जम्मू-कश्मीर के डोडा में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में भारतीय सेना के वीर जवानों की शहादत का समाचार अत्यंत दुःखद है। मेरी संवेदनाएं शोक संतप्त परिजनों के साथ हैं।

 

ईश्वर दिवंगतों की आत्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोकाकुल परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।बता दें कि, जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। बताया जा रहा है कि देर रात तक चली मुठभेड़ में कैप्टन सहित चार जवान वीर गति को प्राप्त हो गए।

पढ़े शहीदों के नाम

कैप्टन बृजेश थापा,
नायक डी राजेश
सिपाही बिजेंद्र
सिपाही अजय सिंह, झुंझुनूं, राजस्थान।

आपको बता दें ।

आठ दिन में दूसरी बड़ी मुठभेड़… कठुआ में 5 तो डोडा में चार जवानों का बलिदान; हाथ न लगे आतंकी

जम्मू-कश्मीर में दहशतगर्द लगातार शांति भंग करने में जुटे हैं। जम्मू-कश्मीर में हाल के दिनों में आतंकी हमलों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। जम्मू-कश्मीर का माहौल बिगाड़ने की लगातार कोशिश की जा रही है। पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है। सोमवार को जम्मू संभाग में पिछले आठ दिनों में दूसरी बड़ी मुठभेड़ हुई।

डोडा मुठभेड़ में तीन जवान और एक अधिकारी बलिदान हुए हैं। आठ जुलाई को कठुआ मुठभेड़ में भी पांच जवानों का बलिदान हुआ था। दोनों ही मुठभेड़ में दहशतगर्द हाथ नहीं लग सके हैं। दोनों ही हमलों की जिम्मेदारी आतंकवादी संगठन कश्मीर टाइगर्स ने ली है।

 

आतंकियों की तलाश में जम्मू संभाग के अलग-अलग इलाकों में चल रहे सर्च ऑपरेशन के बीच दहशतगर्द फिर नुकसान पहुंचाने में सफल हो गए हैं। हालांकि आतंकियों के इस वारदात का बहादुर जवान जल्द ही बदला लेंगे। जम्मू संभाग के जिला डोडा के देसा वन क्षेत्र में सोमवार को आतंकियों के साथ मुठभेड़ हुई। देर रात तक चली मुठभेड़ में सेना के अधिकारी और जवान घायल हो गए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के दौरान मंगलवार तड़के कैप्टन, सेना के तीन जवान वीर गति को प्राप्त हो गए।

 

पांच सैनिकों के बलिदान के गम से देश अभी उबर नहीं पाया था कि आतंकियों ने पांच और बहादुर सैनिकों की जिंदगी छीन ली। आतंकियों की तलाश में डोडा के देसा इलाके में गहन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार, ये इलाका ऊंचे पहांड़ और जंगल से घिरा हुआ है। यहां न तो बेहतर सड़क सुविधा है और न ही फोन नेटवर्क। मानसून में मौसम भी धुंध से घिरा रहता है। इसी चीज का फायदा उठाकर आतंकी नुकसान पहुंचाने में सफल रहे।

 

अधिकारियों ने बताया कि डोडा में मुठभेड़ तब शुरू हुई जब राष्ट्रीय राइफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) के जवानों ने शाम करीब 7.45 बजे देसा वन क्षेत्र के धारी गोटे उरारबागी में संयुक्त घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था।

सेना की ह्वाइट नाइट कोर ने एक्स पर पोस्ट में लिखा, विशिष्ट खुफिया सूचनाओं के आधार पर सेना और पुलिस की ओर से डोडा के उत्तर में सामान्य क्षेत्र में एक संयुक्त अभियान जारी था। रात लगभग 9 बजे आतंकियों से संपर्क स्थापित हुआ, जिसके बाद भारी गोलीबारी हुई।

आतंकी हमलों में वृद्धि

जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमलों में बढ़ोतरी हुई है। नौ जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ली थी, उसी दिन दहशतगर्दों ने रियासी में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर हमला किया था। इससे बस खाई में गिरने से नौ लोगों की मौत हो गई थी। आतंकियों की ओर से 9 से 11 जून के बीच चार हमले किए।

कठुआ में पांच जवान हुए बलिदान

आठ जुलाई को कठुआ के बदनोटा इलाके में सेना के गश्ती दल पर भारी हथियारों से लैस आतंकवादियों के एक समूह ने घात लगाकर हमला किया था। हमले में पांच जवान बलिदान हो गए थे।

 


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