कहाँ गया शिष्टाचार,मेयर रामपाल सिंह और कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के बीच मारपीट,शिलापट को लेकर घमासान

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आपसी सद्भाव और शिष्टाचार दोनों नेताओं ने चढ़ाया राजनीति की भेंट

रुद्रपुर – जनता को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने वाले और उनके हकों की पैरवी करने वाले नेता ही जब राजनीति के बर्स्चव को लेकर आपस में भिड़ जाए तो आम जनता कहा जाएं। शिष्टाचार और भाईचारे को राजनीति की भेंट चढ़ाने का एक ऐसा ही मामला रुद्रपुर में सामने आया है। जहां पक्ष और विपक्ष ने एक कालोनी के मुख्य द्वार को राजनीति का अड्डा बना दिया। जिसके बाद दोनों के बीच जमकर लात घूसों का सिलसिला शुरू हो गया। जिससे राजनीति भी शर्म से मुंह छुपाकर लजित हो गई। रुद्रपुर की अटरिया रोड़ पर स्थित शक्ति बिहार कालोनी के द्वार को लेकर कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा और निर्वतमान मेयर रामपाल के बीच मारपीट की घटना मीडिया में सुर्खियां बटोर रही है। इस मामले में दोनों पक्षों को चोटें आई हैं। जिसके बाद जिला अस्पताल में दोनों पक्षों ने मेडिकल परीक्षण कराया है। सूत्रों के मुताबिक पूर्व मेयर रामपाल सिंह और कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा दोनों शक्ति बिहार कालोनी में रहते हैं। सीपी शर्मा इन कालोनी के अध्यक्ष भी हैं। वहीं उक्त कालोनी के मुख्य द्वार पर निर्मित कार्यों को लेकर एक शिलापट्ट लगाईं गई थी।जिसे लंबे अर्से से उखाड़ने का प्रयास किया जा रहा था। वहीं आज शिलापट्ट को उखड़ने को लेकर मेयर रामपाल सिंह और कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा के विवाद हो गया।इस विवाद ने इतना तूल पकड़ लिया कि मारपीट की नौबत आ गई। जिसके बाद पूर्व मेयर रामपाल सिंह और उनके सुरक्षा कर्मी कैलाश गिरी पर सीपी शर्मा ने मारपीट और गाली गलौज का आरोप लगाया है

सीपी बोलें घटना के दौरान अकेले थे

कांग्रेस कमेटी के महानगर अध्यक्ष सीपी शर्मा का कथन है कि वह मौके पर अकेले और शिलापट्ट हटाना महज़ एक बहाना था राजनीतिक बदले की भावना के चलते मेयर रामपाल और उनके नुमाइंदों राधेश शर्मा, पूर्व पार्षद निमित शर्मा प्रमोद सहित अन्य लोगों ने उनके साथ मारपीट की है।

मेयर बोलें मनगढ़ंत कहानी है

नगर निगम के पूर्व मेयर और भाजपा नेता रामपाल सिंह ने सीपी शर्मा के आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उन्हें मनगढ़ंत कहानी क़रार दिया है। मेयर का कहना है उक्त द्वार पर लगी शिलापट्ट नगर निगम की सम्पत्ति है इसे कोई सरकारी कर्मी नहीं तोड सकता है, उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता सीपी शर्मा स्वयं इसे तोड़ रहे थे,जब उन्होंने आपत्ति जताई तो उन्होंने गाली गलौज शुरू करते जाति विहीन शब्दों का इस्तेमाल किया। जिसके बाद शर्मा ने मारपीट शुरू कर दी। मेयर का कहना है कि उक्त मामले रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। वहीं दोनों पक्ष विपक्ष ने जिला अस्पताल में मेडिकल परीक्षण कराया। इस दौरान दोनों पक्षों के कार्यकता और समर्थक भी मौजूद थे।

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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