
रुद्रपुर – (एम सलीम खान ब्यूरो) डॉल्फिन कंपनी की 4 आमरण अनशन कारी महिलाओं का आमरण अनशन आज 28 वें दिन भी जारी रहा। अनशन कारी महिलाओं की स्थिति काफ़ी नाजुक बनी हुईं है। किन्तु शासन प्रशासन पूरी तरह से लापरवाह और असंवेदनशील बना हुआ है।शासन सत्ता अनशन कारी, पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलाने के स्थान पर बुनियादी श्रम कानूनों का उल्लंघन कर रहे डॉल्फिन कम्पनी मालिक प्रिंस धवन के चरणों में ही लोटपोट कर उसको खुला संरक्षण दे रही है।
डॉल्फिन मजदूर संगठन के अध्यक्ष ललित कुमार ने कहा कि आमरण अनशन कारी महिलाओं की प्राण रक्षा के लिए चलाई जा रही मुहिम को मज़बूत करने हेतु कल 18 नवंबर 2024 को गाँधी पार्क रुद्रपुर में डॉल्फिन मजदूरों के आमरण अनशन स्थल पर अपराह्न 2:30 से श्रमिक संयुक्त श्रमिक मोर्चा उधमसिंह नगर और उससे जुड़ी यूनियनों -संगठनों, सामाजिक संगठनों, विभिन्न विपक्षी राजनैतिक दलों और न्यायप्रिय जनता द्वारा प्रतिज्ञा सभा का आयोजन किया जायेगा। और परसों 19 नवंबर 2024 को अपराह्न 2:30 बजे से गाँधी पार्क रुद्रपुर से कलेक्ट्रेट रुद्रपुर तक मौन जुलुस निकाला जायेगा और जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति महोदया को ज्ञापन प्रेषित करके तत्काल हस्तक्षेप करने की मांग की जायेगी।
डॉल्फिन मजदूर संगठन की उपाध्यक्ष सुनीता ने कहा कि प्रशासन द्वारा मंगलवार 19 नवम्बर 2024 को शाम को 4:00 बजे से वार्ता रखी गईं है जबकि उस दिन आमरण अनशन का 30 वां दिन होगा।कल अपर जिलाधिकारी द्वारा बातचीत के दौरान बताया कि वो आमरण अनशन कारी महिलाओं की पल पल की खबर ले रहे हैं। कि उनका किटोन कितने आ रहे हैं और अन्य मेडिकल रिपोर्ट क्या है आदि आदि। इससे स्पष्ट है कि शासन सत्ता अनशन कारी महिलाओं के साथ में द्वेष पूर्ण और शत्रुता पूर्ण ब्यवहार कर रही है। मेडिकल रिपोर्ट देखकर महिलाओं को अधिक से अधिक तड़पाने और सताने की साजिश की जा रही है। साजिश हो रही है कि समझौता तब किया जायेगा ज़ब महिलाएं मृत्युरेखा के करीब होंगी और उनके आंतरिक अंगों को अधिक से अधिक नुकसान पहुँचाकर उनसे बदला लिया जा रहा है ।
यदि ऐसा ना होता तो शासन सत्ता जल्दी से जल्दी मामले का समाधान करके अनशन तुड़वाकर महिलाओ की प्राण रक्षा करती। ऐसा नहीं होता तो रुद्रपुर के स्थानीय विधायक द्वारा 9 नवम्बर को उत्तराखंड स्थापना दिवस पर दो तीन दिन के भीतर समस्या का समाधान कराके अनशन तुड़वाने को दिए गए वचन से वो ना मुकरते और आज 17 नवम्बर तक मूकदर्शक ना बने होते।शासन सत्ता को याद रखना चाहिए कि वक़्त बड़ा बलवान होता है। इसलिए सत्ता यह याद रखे कि अगर किसी अनशन कारी महिला के साथ कोई अप्रिय घटना घटित हो गईं तो हम डॉल्फिन के मजदूर और क्षेत्र की जनता चुप नहीं बैठेगी।

आज डॉल्फिन आमरण अनशन स्थल पर आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल सिंह ठुकराल, इंकलाबी मजदूर केंद्र के कैलाश भट्ट, ठेका मजदूर कल्याण समिति के सचिव अभिलाख सिंह, इंटरार्क मजदूर संगठन के सुशील पांडे, मजदूर अधिकार संघर्ष अभियान (मासा ) के सुरेंद्र सिंह के साथ ही रचना, सीमा, रामलली, सुनीता, लक्ष्मी, ममता, बिमला, पार्वती, रामबेटी,ललित कुमार,प्रेमपाल, दिनेश, नेतराम, बृजेश, ओमप्रकाश सहित सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

