डोल्फिन कंपनी के मजदूरों को मिला विभिन्न राजनीतिक सामाजिक और किसानों संगठनों का समर्थन कम्रिक अनशन पर बैठे

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पंतनगर की जमीन मजदूरों की शहादत की प्रतिक – तजिंदर सिंह विर्क किसान नेता

सिर्फ दो घंटों तक सिडकुल की कंपनियों को बंद करा दो सीएम की औकात नहीं तुम्हें रोक लें – विर्क

धामी सरकार का महिलाओं को 33/ प्रतिशत आरक्षण दिखवा नारी शक्ति का अपमान आज भी जारी – साजिद खान जिला प्रवक्ता कांग्रेस

रुद्रपुर – बीते एक अरसे से शहर के गांधी पार्क में आमरण अनशन पर बैठे डोल्फिन कंपनी के मजदूरों को आज विभिन्न सामाजिक राजनीतिक और धार्मिक संगठनों ने अपनाया समर्थन दिया,इन मजदूरों के समर्थन में सामाजिक संगठनों और राजनीतिक दलों सहित किसान संगठनों ने एक दिवसीय क्रमिक अनशन पर बैठकर अपनी समर्थन दिया।

डोल्फिन के मजदूरों के आमरण अनशन स्थल पर पहुंचे मजदूर, किसान यूनियनों सामाजिक संगठनों और राजनैतिक दलों के जनप्रतिनिधियों ने अनशन कारियों की प्राण रक्षा हेतु शासन प्रशासन को नींद से जागे के लिए सामूहिक रूप से क्रमिक अनशन किया , जिसके यह जनप्रतिनिधि जिला अधिकारी उदयराज सिंह से बातचीत करने जिला मुख्यालय पहुंचे और उन्हें संबोधित एक ज्ञापन सौंपा।

इस आमरण अनशन स्थल पर आहूत की गई जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पूरा समाज जनता है कि डोल्फिन कंपनी सिडकुल पंतनगर उत्तराखंड में बुनियादी श्रम कानूनों की धज्जियां उड़ाई जा रही है जिसके खिलाफ सैकड़ों श्रमिक लंबे अर्से से आंदोलन कर रहे हैं, और 4 महिला श्रमिक सहित अन्य श्रमिक पिछले 15 दिनों से आमरण अनशन पर बैठे हुए हैं।

कहा कि गांधी पार्क में आमरण अनशन पर बैठी दो सागी बहनों पुष्पा और प्रेमवती की कंपनी मालिक ने पिछले सात माह से सिर्फ इसलिए गेंदबदी कर दी क्योंकि वे अपने पिता जी के देहात होने पर उनके अंतिम दर्शन करने को छुट्टी लेकर चली गई थी और ऐसे गमगीन माहौल में भी सिर्फ पांच बाद ही 2 अप्रैल को ड्यूटी पर लौट आई थी लेकिन कंपनी के मालिक प्रिंस धवन ने उनके साथ क्रूरता दिखाई और उनकी गेटबदी कर दी गर्भ जो मालिक की क्रूरता का प्रणाम है।

आमरण अनशन पर बैठी पिंकी गंगवार पर ठेकेदार की नौकरी स्वीकार करने को दबाव बनाया गया उनका घोर उत्पीडन किया गया अंततः उन्हें फर्जी आरोप पत्र देकर उत्पीडन किया गया आमरण अनशन पर बैठे स्थाई श्रमिक देव कुमार सहित हजारों स्थाई श्रमिकों की अवैध रूप से सेवा समाप्त कर उन्हें जबरदस्ती ठेकेदार की नौकरी में धकेल दिया गया।

भूख हड़ताल पर बैठे स्थाई श्रमिक ललित सिंह सहित 48 स्थाई श्रमिकों को कारण बताओ नोटिस आरोप पत्र दिए बिना ही करीब सात आठ से अवैध गेटबदी की गई है कंपनी द्वारा न्यूनतम वेतन बोनस भुगतान अधिनियम के किए जा रहे घोर उल्लंघन प्रकरण जग जाहिर हो गया है, डाल्फिंस द्वारा बुनियादी श्रम कानूनों उल्लंघन किया जा रहा।

इस दौरान इन मजदूरों को समर्थन देने वालों में मजदूर सहयोग केन्द्र की सावित्री, आम आदमी पार्टी के महानगर अध्यक्ष सतपाल सिंह ठुकराल, प्रदेश संगठन मंत्री कुलवंत सिंह,आप जिलाध्यक्ष जनार्दन सिंह महिला ईकाई की जिलाध्यक्ष किरन पांडे विश्वास, भाईचारा एकता मंच के केन्द्रीय अध्यक्ष केपी गंगवार, श्रमिक संयुक्त मोर्चा के कार्यकारी अध्यक्ष दलजीत सिंह,

लुकास मजदूर संघ के महामंत्री बसंत बल्लभ गोस्वामी दीपक सिंह इटर्राक मजदूर संगठन के उदय सिंह, अनूप कुमार, परिवर्तन कामी छात्र संगठन के महासचिव, महेश, क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के नगर अध्यक्ष शिवदेव सिंह ,याजिक वर्कर यूनियन के महामंत्री रविन्द्र कुमार हैकल मजदूर संघ के महामंत्री कमल पांडेय इंकलाबी मजदूर केन्द्र के कैलाश भट्ट ,

केन्द्रीय दिव्यांग कल्याण परिषद रजि भारत उत्तराखंड ईकाई के कार्यकारी अध्यक्ष एम सलीम खान, जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता साजिद खान, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अजीज अहमद खा, तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तजिंदर सिंह विर्क, सहित अन्य संगठनों से जुड़े लोग मौजूद थे।


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