उत्तर प्रदेश रामपुर – साल 2019 में भारतीय जनता पार्टी के विधायक आकाश सक्सेना ने सिविल लाइंस कोतवाली में अब्दुल्लाह आज़म के खिलाफ दो पासपोर्ट रखने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच करते हुए चार्जशीट अदालत में दाखिल कर दी थी। फिलहाल यह मामला कोर्ट में विचाराधीन है। अभियोजन की ओर से गवाही पूरी हो चुकी है। अब अब्दुल्लाह आज़म की ओर से साक्ष्य पेश करने के लिए 29 गवाहों की सूची अदालत को सौंपी गई है। शनिवार को इस मामले में गवाह पेश होने थे। लेकिन गवाह कोर्ट तक नहीं पहुंचे। अब्दुल्लाह के वकील की ओर से स्थगन प्रार्थना पत्र दिया गया जिसे अदालत ने स्वीकार करते हुए अगली सुनवाई के लिए 7 फरवरी की तारीख मुकर्रर कर दी है। वहीं सपा नेता आजम को शत्रु सम्पत्ति कब्जा कर उसे जौहर यूनिवर्सिटी मे शामिल करने का आरोप है। जौहर यूनिवर्सिटी का संचालन जौहर ट्रस्ट करता है। इस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए जौहर ट्रस्ट के चेयरमैन आज़म खां सहित अन्य सदस्यों को नामजद किया था। पुलिस ने जांच पूरी कर उनके बड़े बेटे अदीब आज़म खां छोटे बेटे अब्दुल्लाह आज़म खां पत्नी डा तंजीम फातमा आजम खां डीसीबी के पूर्व अध्यक्ष सलीम क़ासिम मुश्ताक अहमद सिद्दीकी निकहत अफलाक यहूदा मान सिद्दीकी सहित 15 लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल दाखिल कर दिया था।इस मामले की सुनवाई एम पी एम एल विशेष अदालत मजिस्ट्रेट की अदालत में विचाराधीन चल रहा था। शनिवार को इस मामले की सुनवाई हुई। कोर्ट ने इस मामले पर फैसला सुनाने के लिए नौ फरवरी की तारीख मुकर्रर कर दी है। यानी इन दोनों मामलों पर आठ और नौ फरवरी को अदालत फैसला दे सकती है। वरिष्ठ वकील राम सिंह सैनी के मुताबिक इन दोनों मामलों में आना वाला फैसला सपा नेता आजम खां और अब्दुल्ला आज़म खां सहित उनके बेटे अदीब आज़म खां पत्नी डॉ तंजीम फातमा आजम खां सहित अन्य आरोपियों की मुश्किलें और बढ़ा सकता है। मामले में पेश किए गए गवाहों ने इस मामले में महत्वपूर्ण बयान कोर्ट में दर्ज कराए हैं सैनी वादी पक्ष के अधिवक्ता है।
मौ तौसीफ अहमद की रिपोर्ट