मुरादाबाद – (एम सलीम खान ब्यूरो) मुरादाबाद में संभल हिंसा को लेकर मुरादाबाद जेल प्रशासन पर गाज गिरी है, संभल हिंसा के मामले ने मुरादाबाद जेल के जेलर और डिप्टी जेलर को अपनी चपेट में ले लिया है, और दोनों अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है, संभल हिंसा के दर्जनों आरोपियों को मुरादाबाद जेल में बंद रखा गया है।
बीते सोमवार को इन आरोपियों से मुलाकात करने समाजवादी पार्टी के बहुत से नेता पहुंचे थे, जेल प्रशासन पर आरोप है कि इन्होंने बिना मुलाकात की पर्ची से मुलाकात करा दी गई जिसके बाद उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले सख्त एक्शन लिया है, योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस मामले में मुरादाबाद जेल के जेलर और डिप्टी जेलर को सस्पेंड कर दिया है।
इन पर आरोप है कि इन्होंने जेल मैनुअल के नियमों का पालन नहीं किया और बिना किसी पर्ची के सपाईयों की संभल हिंसा में बंद आरोपियों से इनकी मुलाकात करा दी, उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने संभल हिंसा के आरोपियों से मुलाकात कराने के मामले में मुरादाबाद जेल के जेलर विक्रम सिंह यादव और डिप्टी जेलर प्रवीण सिंह को सख्त एक्शन लेते हुए सस्पेंड कर दिया है।
डीजी जेल ने इसके अलावा जेल अधीक्षक पीपी सिंह के खिलाफ विभागीय जांच की पैरवी की है, जेल प्रशासन पर आरोप है कि इन्होंने हिंसा में गिरफ्तार किए गए आरोपियों से सपा के स्थानीय नेताओं को बिना जेल मैनुअल का पालन किए बगैर इनकी मुलाकात करा दी, योगी आदित्यनाथ सरकार के इस एक्शन से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया है, गौर तलब है कि सोमवार को सपा विधायक नवाबजान, चौधरी समरपाल सिंह पूर्व एम पी एस टी हसन के साथ बहुत से सपा नेता मुरादाबाद जेल में बंद संभल हिंसा के आरोपियों से मुलाकात की थी, जेल प्रशासन पर आरोप है कि इन्होंने सपा नेताओं को बिना किसी पर्ची से मुलाकात करा दी।
शासन के निर्देश पर डीजी जेल कुंतल किशोर को मामला की जांच दी गई थी, बता दें कि संभल हिंसा मामले में 300 आरोपियों को शिनाख्त और नकाबपोश की पहचान में उलझी पुलिस ने अब तक इस हिंसा में बहुत से लोगों को गिरफ्तार कर मुरादाबाद जेल में निरुद्ध किया है, वहीं दूसरी तरफ संभल पुलिस ने अब तक 300 से अधिक हंगामा खड़ा करने वाले आरोपियों की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी, लेकिन हंगामे में शामिल नकाबपोशों की पहचान नहीं हो सकी है फिर भी पुलिस इनकी गिरफ्तारी के प्रयास कर रही है, मुंह ढाका होने से पुलिस के सामने चुनौती खड़ी हो गई है।