यूपी सीतापुर – एक बाइक चोरी होना स्थानीय पुलिस के लिए सर दर्द बन गया, पुलिस ने बाइक की तलाश में सड़कों पर तेज रफ्तार दौड़ लगाईं, हजारों बाइकों की जांच पड़ताल की लेकिन घुम हुई बाइक का कोई सुराग उसके हत्थे नहीं लगा, ऊपर से राजनीति दबाव के चलते पुलिस की टेंशन और बढ़ रही थी, दरअसल सीतापुर के क्षेत्रीय भाजपा के एक नेता की बाइक चोरी हो गई, जिसके बाद पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई तो नेता जी ने खुद थाने में जाकर बाइक ढुढने का फरमान दिया, वहीं जिले के आला पुलिस अधिकारी ने भी बाइक को खोजने में गंभीरता से जुटने का निर्देश दे दिया, फिर क्या था पुलिस ने हर वो कोशिश की जिससे बाइक मिल जाए, लेकिन पुलिस के सारे मनसूबे लगातार नाकाम साबित हो रहे थे,पूरा दिन और पूरी रात पुलिस ने हजारों बाइकों को खंगाला लेकिन घूम हुई बाइक का कोई पता नहीं चला।
इसी बीच अगली सुबह एक युवक थाने में पहुंचा,गेट पर तैनात सिपाही ने उसे देखा तो उसके होश उड़ गए,वह दौड़कर थाने में बैठे उपनिरीक्षक के सामने पहुंचा और हड़बड़ाते हुए कहा कि साहब बाइक मिल गई,यह सुनकर उपनिरीक्षक के कानो में जैसे बम फटने की आवाज गूंज उठी हो उन्होंने कहा कह है बाइक सिपाही बोला थाने के गेट पर एक लड़का वहीं बाइक लेकर आया है, चलिए , दौड़ते हुए उपनिरीक्षक गेट पर पहुंचे तो उनकी आंखें फटी रह गई,उसी नंबर की बाइक, पर एक हिप्पी स्टाइल में युवक बैठा हुआ था,जिसे वह अंदर ले गए,जब अन्य पुलिस अधिकारीयों ने बाइक देखी उन्होंने भी हैरानी से युवक को देखा और पूछा कि वापस कैसे आ गए,इस पर युवक ने कहा कि सर मेरी बाइक गलती से बदल गई है,यह किसी ओर की बाइक है और मैंने अपनी बाइक बाजार में खड़ी की थी, मैं गलती से यह बाइक लेकर चला गया, वहीं पुलिस ने थाने में खड़ी एक बाइक की ओर इशारा करते हुए कहा कि कहीं तुम्हारी बाइक ये तो नहीं,बाइक देखते ही युवक की आंखें चमक उठी, उसने तुरंत कहा ये ही तो मेरी बाइक देखिए कलर स्टाईल सब कुछ मिलता जुलता है, जिसके बाद भाजपा नेता को थाने में बुलाया गया और उन्हें सारा माजरा बताया बात समझते ही उन्होंने युवक को हिदायत दी कि आगे से ध्यान रखना फिर ऐसी ग़लती न हो जिसके बाद मामले को रफा-दफा कर पुलिस ने चैन की सांस ली।
संवाददाता-विजय वर्मा की रिपोर्ट