रुद्रपुर – (एम सलीम खान) रुद्रपुर में गौतम अस्पताल को लेकर उस समय बड़ा बवाल खड़ा हो गया जब डाक्टरों की उपस्थिति के बीना ही मरीज के तीमारदारों से इलाज के नाम हजारों रुपए जमा करा लिए गए लेकिन गंभीर हालत में गौतम अस्पताल लाई गई बुजुर्ग महिला मरीज को डाक्टरों ने हाथ तक नहीं लगाया।
उत्तर प्रदेश के जिला रायपुर के बिलासपुर टांडा के रहने वाले गुड्डू ने बताया कि उनकी बुजुर्ग मां ब्रेन हेमरेज आघात पहुंचा था, जिसके बाद वह अपनी मां को लेकर किच्छा रोड़ स्थित गौतम अस्पताल पहुंचा तो वहां मौजूदा स्टाफ ने उसे इलाज के ऐवज में 60 हजार रुपए का खर्च बताया और आपरेशन करने की बात कही।
गुड्डू का कहना है उसने 60 हजार रुपए नगद अस्पताल के काउंटर पर जमा करा दिए लेकिन घंटों तक कोई डाक्टर वह नहीं पहुंचा और उसकी बुजुर्ग मां तड़फती रही, जिसके बाद गुड्डू सहित उसके परिजनों ने गौतम अस्पताल में जमकर हंगामा खड़ा कर दिया, मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों ने गौतम अस्पताल की इस कारतूस को जग जाहिर करते हुए इन दानव रुपी डाक्टरों की पोल खोल दी।
हंगामा खड़ा देख मौके पर पुलिस भी पहुंच गयी और पुलिस ने सारे मामले की जानकारी ली , यहां सवाल यह है कि इंसान डाक्टरों को भगवान के रूप में देखता है लेकिन यही डाक्टर पैसे की भूख मिटाने के किस हद तक गिर सकते हैं इसका अंदाजा आप इस घटना से लगा सकते हैं।
शहर में चल रहे निजी अस्पतालों में आए दिन हो हृदयविदारक घटनाओं से स्वास्थ्य महकमे अच्छी तरह वाकिफ हैं लेकिन कारवाई के नाम पर कुछ नहीं किया जा रहा है, शहर में बहुत से निजी अस्पताल सिर्फ मरीजों के परिजनों को लूटने का काम कर रहे हैं,हाल ही हमने आप तक एक ऐसी खबर पहुंचाई थी।
जहां अनचाहे गर्भ पात का आपरेशन का गौरखधंधे को अंजाम दिया जा रहा है रुद्रपुर में एक और निजी अस्पताल उस समय विवादों में घिर गया था जब वह एक मासूम बच्ची मौत के मुंह में धकेल दी गई, लेकिन स्वास्थ्य महकमे को किसी बड़ी घटना का इंतजार है।