अलका बैरागी के हत्यारोपी अरुण बैरागी को सात की सजा, श्रमिक नेता विश्वास बोले अलका और उसके परिजनों को मिला न्याय

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सितारगंज –शक्तिफार्म क्षेत्र के अलका बैरागी आत्महत्या प्रकरण के दोषी पति को न्यायालय ने सात वर्ष का कठोर करवास समाजसेवी सुब्रत कुमार विश्वास ने कहा कि मामले में दोषी को न्यायालय ने सजा दिया साथ ही न्याय की जीत हुई। हमारे द्वारा सितारगंज क्षेत्र के लाखों लोगों से किया गया वादा पूर्ण किया ।। उत्तर प्रदेश भूड़िया कॉलोनी निवासी प्रशांत मंडल ने पुलिस को दर्ज कराई शिकायत में कहा था कि वर्ष 2010 में उसकी बहन अलका बैरागी की शादी गोविंद नगर पड़ागांव निवासी अरुण बैरागी के साथ हुई थी। शादी के बाद जानकारी हुई कि अरुण नशा और सेक्सएडिक्शन का आदी है वह अपनी पत्नी पर गलत करने, आपने दोस्त, नेताओं और सगे भाइयों के साथ भी संबंध बनाने का दबाव बनाता है। ऑडियो के माध्यम से पता लगा की कई बार सरकारी फायदे लेने के लिए कुछ सफेद पोश नेताओं के पास भी संबंध बनाने के लिए भेजा जाता था । इससे तंग आकर 14 फरवरी 2021 को उनकी बहन अलका बैरागी घर में मृत पाई गई परिजनों ने आरोप लगाया कि अरुण बैरागी ने उन्हें मारकर लटका दिया। पुलिस द्वारा पति अरुण बैरागी एवं अन्य ससुरालयों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत होने के पश्चात मामला तृतीय अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश की अदालत में चला। जहां से मृतका के पति अरुण बैरागी को दोषी करार देते हुए 7 साल का कठोर कारावास एवं 50 हजार रुपये अर्थदंड देने की सजा सुनाई गई। सुब्रत विश्वास ने प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि इस लंबी लड़ाई में वह पीड़ित परिवार के साथ खड़े रहे। शुरुआत से लेकर आखिरी दिन तक उसे परिवार के संघर्ष में खड़े रहे जहां एक तरफ अलका बैरागी के परिवार के कुछ सदस्य अपराधी पक्ष से पैसे लेकर बयान बदल दिया वहीं अलका बैरागी का सगा भाई ना होने के बावजूद भी प्रशांत मंडल और सुब्रत विश्वास इस केस में ईमानदारी से लड़ते रहे जहां अपराधी पक्ष ने पैसे नेता और सत्ता की ताकत से गवाहों को खरीदने का कार्य किया गया और पीड़ित परिवार को पड़ा गांव के बंगाली एकता मंच युवा कार्यकर्त्ता, समाज सेवी रमेश राय , जिला पंचायत सदस्य उत्तम आचार्य उत्तम हालदार जैसे लोगों का बहुत सहयोग मिला । चर्चित अलका बैरागी कांड में कई बार प्रशांत मंडल को विभिन्न माध्यमिक से धमकी आई और प्रशांत ने सुब्रत विश्वास से बातचीत की । सुब्रत विश्वास ने बोला जब तक हम जिंदा हमारे संगठन जिंदा है तब तक आपके ऊपर आंच नहीं आएंगे । और आपकी बहन को इंसाफ मिलेगा जहां चुनाव तक प्रशांत मंडल के संग कुछ कुछ नेता साथ में थे परंतु चुनाव खत्म होते ही वह नेता गायब हो गए। शुरुआत से लेकर आखिरी तक समाजसेवी सुब्रत कुमार विश्वास पीड़ित परिवारऔर प्रशांत मंडल के साथ खड़े रहे जब तक स्वर्गीय अलका बैरागी बहन को इंसाफ नहीं मिला तब तक संघर्ष करते रहे ।।आखिर कर लंबी लड़ाई के बाद पीड़ित परिवार को न्याय मिला। और पीड़ित परिवार ने पीड़ित परिवार ने सुब्रत विश्वास की टीम का धन्यवाद जताया ।

संवाददाता-एम सलीम खान की रिपोर्ट


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