डॉल्फिन कम्पनी के मजदूरों की समस्याओं को लेकर आज गांधी पार्क रुद्रपुर में मजदूर पंचायत सफलता पूर्वक संपन्न हुई

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कंपनी प्रबंधन पर महिलाओं के साथ छेड़खानी और धमकाने के आरोप

इरफान पाशा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग

कंपनी प्रबंधक प्रिंस पर गुडा तत्वों से मारपीट करवाने का आरोप

एम सलीम खान ब्यूरो

रुद्रपुर –आज की पंचायत को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि डॉल्फिन कम्पनी में मजदूरों को न्यूनतम वेतन मान भी नहीं दिया जाता ।नियमानुसार बोनस और ओवर टाइम का भुगतान भी नहीं दिया जाता है।जो कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 23,42और अनुच्छेद – 43 का घोर चल उल्लंघन है और भारत के सुप्रीम कोर्ट द्वारा इस हेतु समय समय पर दिए गए आदेशों की घोर अवमानना है ।बंधुआ मजदूरी और बेगार प्रथा की घृणित प्रथा को अंजाम देना है।कुमाऊं केसरी बद्री दत्त पांडे जी जैसे क्रांतिकारियों ने अंग्रेजों से लड़कर 1921 में जिस कुप्रथा को उत्तराखंड में कानूनी रूप में खत्म करवाया था आज शासन प्रशासन और डॉल्फिन कम्पनी मालिकों का गठजोड़ उस कुप्रथा को डॉल्फिन कम्पनी में लागू करके भारतीय संविधान को ताक पर रख चुके है ।

 डॉल्फिन कम्पनी में परमानेंट मजदूरों से जबरजस्ती त्याग पत्र पर हस्ताक्षर कराके ठेकेदार की नौकरी में नियोजित किया जा रहा है।असंख्य मजदूरों को कारण बताओं नोटिस ,आरोप पत्र दिये बिना ही उनकी गैरकानूनी गेटबंदी कर दी गई है।शासन प्रशासन और श्रम विभाग में इस पर अनगिनत बार शिकायत की जा चुकी है किंतु सभी डॉल्फिन कम्पनी मालिक की ही भाषा बोल रहे हैं ।ALC रुद्रपुर दीपक कुमार तो कम्पनी मालिक के नौकर की तरह ही व्यवहार करके मजदूरों को ही दबा रहे हैं।ALC द्वारा मजदूरों के बयानों को बदल कर लिखा जा रहा है उनके द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को भी दाखिल नहीं किया जा रहा है जो कि छल कपट,जालसाजी है और न्याय की हत्या है।

मजदूरों की सभाओं में कम्पनी मालिक द्वारा लाल सिंह गंगवार और इरफान पाशा जैसे गुंडों के नेतृत्व में हमले कराए जा रहे हैं ,वीडियो बनाई जा रही है और महिलाओं से छेड़छाड़ की जा रही है ।कम्पनी मालिक की ऑडियो और गुंडों की वीडियो और अन्य साक्ष्यों को पेश करके महिलाओं और मजदूरों ने ट्रांजिट कैंप थाने में कई बार लिखित तहरीर दी गई किंतु पुलिस ने उस पर एफआईआर तक दर्ज नहीं की ।किंतु वहीं उक्त गुंडों की झूठी शिकायत को हाथों हाथ लेकर डॉल्फिन मजदूर नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं कैलाश भट्ट और राजेश सक्सेना के विरुद्ध गुंडों से मारपीट करने और दस हजार रुपए छीनने का आरोप लगाकर झूठे मुकदमे दर्ज किए गए ।मजदूर नेता सोनू कुमार को जेल भेज दिया गया ।श्रमिक नेता ललित कुमार के भाई को पुलिस ने घर से उठा लिया ।इससे स्पष्ट है कि डॉल्फिन कम्पनी मालिक और शासन प्रशासन ,पुलिस की गहरी सांठगांठ है ।और सभी मिलकर गरीब मजदूरों को दबा रहे है और भारतीय संविधान ,सुप्रीम कोर्ट के आदेशों और श्रम कानूनों का चीरहरण कर रहे है।और सिडकुल में स्थित अन्य कंपनियों का भी यही हाल है । इंटरार्क, कारोलिया और लुकास टीवीएस सहित अनगिनत कंपनियों में जिला प्रशासन की मध्यस्थता में हुए समझौतों को ,उच्च न्यायालय ,श्रम न्यायालय और लोक अदालतों के आदेशों का उल्लंघन करके असंख्य मजदूरों का निलंबन ,निष्कासन किया गया है किंतु शासन प्रशासन और पुलिस मौन है।और कम्पनी मालिकों के नौकर बनकर पीड़ित मजदूरों की ही आवाज को दबा रहे हैं ।इसके खिलाफ एकजुट संघर्ष करके ही आगे बढ़ा जा सकता है ।

 डॉल्फिन मजदूर नेताओ और सामाजिक कार्यकर्ता के विरुद्ध पुलिस द्वारा दर्ज किए झूठे मुकदमे को निरस्त करने और महिलाओं द्वारा गुंडों के खिलाफ दी गई तहरीर पर एफआईआर दर्ज करने की मांग करते हुए प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किए गए ।सोनू कुमार सहित मजदूरों पर झूठे मुकदमे दर्ज करने वाले पुलिस वालों और एसडीएम मनीष कुमार और ALC दीपक कुमार के खिलाफ कार्यवाही की जोरदार मांग की गई ।

अंत में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया कि यदि पुलिस द्वारा किसी भी साथी को गिरफ्तार किया गया तो उसके विरोध में सभी मजदूर जेल भरो आंदोलन के तहत सामुहिक गिरफ्तारी देंगे ।और किसी भी मजदूर का कम्पनी ने गेटबंद किया तो उसके जवाब में मजदूर अपने सामुहिक हड़ताल के अधिकार का प्रयोग करेंगे ।

अंत में सिडकुल में मजदूरों के सामुहिक आंदोलन को शुरू करके निर्णायक कदम उठाने का निर्णय लिया गया ।

आज के कार्यक्रम में डालफिन मजदूर संगठन के अध्यक्ष ललित कुमार जी उपाध्यक्षा सुनीता जी, श्रमिक संयुक्त मोर्चा उधम सिंह नगर के अध्यक्ष दिनेश तिवारी जी, इन्टरार्क मजदूर संगठन उधम सिंह नगर के महामंत्री सौरभ पटेल जी, भाईचारे एकता मंच के के पी गंगवार जी, इंकलाबी मजदूर केंद्र के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश भट्ट जी, मजदूर सहयोग केंद्र के उत्तराखंड अध्यक्ष मुकुल जी , क्रांतिकारी लोक अधिकार संगठन के शिवदेव सिंह जी, लुकास टीवीएस मजदूर संघ के महामंत्री बसंत गोस्वामी जी, भगवती एंप्लाइज यूनियन के लोकेश पाठक जी, आनंद निशिकावा इंप्लाइज यूनियन के कोषाध्यक्ष गंगा सिंह जी, भारतीय मजदूर संघ उधम सिंह नगर जिला अध्यक्ष गणेश मेहरा जी, ऑटो आटोकाम मजदूर संघ के दीवान सिंह जी , ठेका मजदूर कल्याण समिति पंतनगर के सचिव अभिलेख सिंह जी , लघु उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव कुमार गुप्ता जी, हिमालय पॉलिटेक के साथी देवदास जी, बेलसोनिका ऑटो कंपोनेंट इंडिया इंप्लाइज यूनियन गुड़गांव के महामंत्री अजीत जी, बजाज मोटर कर्मकार यूनियन के महामंत्री हीरा राठौर जी, प्रगतिशील महिला एकता केंद्र की वंदना जी, सीएनजी टेंपो यूनियन रुद्रपुर के अध्यक्ष सुब्रत विश्वास जी, करोलिया लाइटिंग इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष हरेंद्र सिंह जी, यजाकी वर्कर यूनियन के महामंत्री रविंद्र कुमार जी, गुजरात अंबुजा कर्मकार यूनियन सितारगंज के रामजीत सिंह जी , तराई किसान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजेंद्र विर्क जी , भाकपा माले के जिला अध्यक्ष ललित मटियाली जी, रुद्रपुर के पूर्व विधायक राजकुमार ठुकराल जी, एडवोकेट एवं समाजसेवी संजय माईसी जी, परिवर्तनकामी छात्र संगठन हल्द्वानी के चंदन मेहता जी, आदि समेत सैंकड़ों महिलाएं और मजदूर शामिल रहीं ।

पूर्व मुख्यमंत्री एन डी तिवारी के सपने को चकनाचूर करने के लिए भाजपा सरकार जिम्मेदार -सीपी शर्मा

डोल्फिन कंपनी के श्रमिकों की इस मजदूर पंचायत को समर्थन देने पहुंचे महानगर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष सीपी शर्मा ने तमाम श्रमिकों को संबोधित करते हुए सत्तारुढ़ भाजपा पर जुबानी हमला किया, उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री स्व नारायण दत्त तिवारी ने जिसे सपने को लेकर उत्तराखंड में निजी उधोगों की स्थापना की थी उनके उस सपने को सत्तारुढ़ भाजपा ने चकनाचूर कर दिया है, सीपी शर्मा ने कहा कि स्व तिवारी की परख सोच और उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं को राज्य में ही उचित रोजगार की सोच को लेकर उन्होंने सूबे में सिडकुल की स्थापना की थी, जिसके तहत राज्य के शिक्षित और बेरोजगार युवाओं सहित अन्य को नौकरियों के अवसर दिए गए, लेकिन जबसे से भारतीय जनता पार्टी ने उत्तराखंड का भागदौड़ संभाली उद्योगपतियों के गुलाम बन गई, उन्होंने कहा कि जो दश आप झेल रहे हैं मैंने भी झेले हैं, मैं भी एक दौर में आपकी तरफ मजदूर था, मेरे पिता एक किसान थे, कमर तोड मेहनत क्या होती है में भलि भांति जनता हूं,आज भाजपा की सरकार श्रमिकों के अधिकारों का हनन कर रही है,हम कांग्रेस के लोग हमेशा से गरीब मजदूर श्रमिकों का साथ देते आए और हम आपकी हर लड़ाई में अपके साथ है।

डीजीपी को संबोधित ज्ञापन सौंपा

डोल्फिन कंपनी के आक्रोशित श्रमिकों ने राज्य के पुलिस महानिदेशक आभिनव कुमार को संबोधित ज्ञापन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ मंजूनाथ टीसी को सौंपना चाहते हैं, लेकिन एस एस पी शहर में मौजूद नहीं थे, जिसके बाद श्रमिकों ने ज्ञापन सौंपने के लिए एस एस पी के कैंप कार्यालय का रुख अख्तियार किया, जैसे ही श्रमिक सब्जी मंडी के सामने पहुंचे तो कोतवाल धीरेन्द्र कुमार वहां आ पहुंचे और उन्होंने उन्हें बताया कि एस एस पी साहब मौजूद नहीं है,आप मुझे ज्ञापन सौंप सकते हैं, जिसके बाद श्रमिकों ने कहा कि इसके लिए आपको धरना स्थल गांधी पार्क में आना होगा, कोतवाल धीरेन्द्र कुमार ने इसके लिए तुरंत हामी भर दी, और कोतवाल धीरेन्द्र कुमार उपनिरीक्षक दीपक कोशिक,विजय सिंह के साथ गांधी पार्क पहुंचे जहां उन्होंने श्रमिकों के ज्ञापन को लिया।


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