हल्द्वानी- बनभूलपुरा रेलवे प्रकरण में बुधवार को सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई का तारीख बीते दिनों निर्धारित हुई थी लेकिन उसपर सुनवाई नहीं हो पाई। हालांकि सुनवाई हो पाना सम्भव प्रतीत नहीं होता इस बात का पता एक दिन पहले ही शाम को चल गया था क्योंकि जिन दो जजों की बेंच को यह मामला सुनना था। उसमें से एक जज सुप्रीमकोर्ट की संवैधानिक पीठ के एक अन्य मामले में सुनवाई में व्यस्त रहे। इसलिए रेलवे मामले में अब आगे की तारीख तय होगी। जिसका शायद एकाद दिन में पता चल जाएगा। आपको बत दें मिली जानकारी के मुताबिक अभी चार दिन पहले सुप्रीमकोर्ट से हल्द्वानी के बनभूलपुरा के चर्चित रेलवे प्रकरण में सुनवाई की तारीख 24 जनवरी निर्धारित हुई थी। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस सतीश चन्द्र शर्मा की बेंच यह मामला सुनती।
इसे लेकर बनभूलपुरा में काफी हलचल भी देखने को मिली और पुलिस तथा प्रशासन भी सतर्क हो गया था। लेकिन बुधवार को सुनवाई नहीं हो पाई। हालांकि बुधवार को सुनवाई शायद ही हो पाए इसका पता इस मामले में प्रभावितों की पैरवी करने वाले लोगों को चल गया था। वहीं बुधवार को सुप्रीमकोर्ट की ओर से ऑनलाइन नोटिफिकेशन में भी यही अपडेट किया गया कि जस्टिस सूर्यकांत एक अन्य मामले पर जो सुनवाई चल रही थी संवैधानिक पीठ में शामिल होने की वजह से इस मामले की सुनवाई नहीं कर पाए। इसलिए रेलवे प्रकरण में अगली सुनवाई का नोटिफिकेशन आजकल में आ सकता है। विदित हो कि रेलवे प्रकरण हल्द्वानी के बनभूलपुरा इलाके का चर्चित मामला है। बनभूलपुरा में 50 हज़ार से ज्यादा आबादी सीधे तौर पर इसमें प्रभावित हो रही है। सुप्रीमकोर्ट ने वर्ष 2023 के जनवरी माह में उत्तराखण्ड हाईकोर्ट के ध्वस्तीकरण आदेश पर रोक लगाते हुए यथास्थिति बनाए रखते हुए रेलवे और सरकार से जवाब मांगा था। जिसके बाद से इस मामले की सुनवाई अब यहां तक पहुंच चुकी है। वहीं मंगलवार देर शाम बुधवार को सुप्रीमकोर्ट में होने वाली सुनवाई से पहले हज़ारों की संख्या में इलाके की महिलाओं तथा पुरुषों और बच्चों ने लाइन नम्बर 17 में घर-बार बच जाएं इसके लिए सामूहिक भी दुआ भी की।